नई दिल्ली। भारत के खिलाफ वैश्विक मंचों पर प्रोपगेंडा को हवा देने के लिए पाकिस्तान भारतीय नेताओं के बयान के इस्तेमाल का कोई मौका नहीं छोड़ता। वह सीमा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। भारत में आतंकी हमलों की साजिश रच रहा है। बावजूद भारत के विपक्षी नेताओं का पाकिस्तान प्रेम थम नहीं रहा।
अब एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने अपने इसी प्रेम का प्रदर्शन किया है। पवार ने शनिवार (सितंबर 14, 2019) को मुंबई के एनसीपी भवन में अल्पसंख्यकों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान की तारीफ करते हुए कहा कि जो प्यार उन्हें पाकिस्तान में मिला है, वैसा कहीं नहीं मिला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को मुद्दा बनाकर लोगों के दिलों में डर पैदा किया जा रहा है।
NCP Chief Sharad Pawar: People here say Pakistanis are facing injustice&are unhappy but it is not true. Such statements are being said only for political gains without understanding actual situation in Pak. Ruling class here is spreading false things for political benefits.(14/9) https://twitter.com/ANI/status/1173099133399289857 …
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Nationalist Congress Party (NCP) Chief Sharad Pawar in Mumbai: I have visited Pakistan and received hospitality there. Pakistanis believe that even if they can’t go to India to meet their relatives, they treat an Indian as their relatives. (14.09.2019)
पवार ने कहा, “मैं पाकिस्तान गया हूँ। वहाँ के लोगों में मेहमाननवाजी कूट-कूट कर भरी है। मैं ये अनुभव कर चुका हूँ। पाकिस्तान के लोगों के बारे में गलत चित्र पेश किया जा रहा है कि वहाँ लोग खुश नहीं हैं। उनके साथ अन्याय हो रहा है। यहाँ (भारत) सरकार राजनीतिक लाभ लेने के लिए पाकिस्तान की परिस्थिति के बारे में झूठी खबरें फैला रही है।” उनका कहना है कि पाकिस्तानी ये मानते हैं कि बेशक वह अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए भारत नहीं जा सकते, लेकिन वह भारतीयों के साथ अपने रिश्तेदारों जैसा ही व्यवहार करते हैं।
एनसीपी प्रमुख ने मॉब लिंचिंग मुद्दे को फिर से उठाते हुए कहा कि नफरत के नाम पर समाज के एक विशेष वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव, विकास के लिए जरूरी है लेकिन देश के वर्तमान शासक ऐसा नहीं सोचते हैं।
वहीं, केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के फैसले पर पवार ने कहा कि जम्मू कश्मीर एक मुस्लिम बहुल राज्य था और ये अनुच्छेद वहाँ के नागरिकों को कुछ विशेष अधिकार देता था। अनुच्छेद 370 को निष्क्रिय करके सरकार यह बताना चाहती है कि वे अल्पसंख्यक बहुल राज्य के विरोध में हैं। पवार का कहना है कि सरकार की इस कार्रवाई से घाटी में और अधिक आतंकवाद फैलेगा।