नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के पास होने को देश के लिए एक एतिहासिक क्षण बताया है. पीएम मोदी ने कहा कि एकता और अखंडता के लिए सारा देश एकजुट हो गया. बता दें लोकसभा में इस बिल के पक्ष में 370 जबकि विपक्ष में 70 वोट पड़े. इससे पहले सोमवार को यह बिल राज्यसभा से भी पास हो गया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कह कहा, ‘ऐतिहासिक क्षण. एकता और अखंडता के लिए सारा देश एकजुट. जय हिंद! हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए यह एक गौरव का क्षण है, जहां जम्मू-कश्मीर से जुड़े ऐतिहासिक बिल भारी समर्थन से पारित किए गए हैं.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं जम्मू-कश्मीर की बहनों और भाइयों के साहस और जज्बे को सलाम करता हूं. वर्षों तक कुछ स्वार्थी तत्वों ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग का काम किया, लोगों को गुमराह किया और विकास की अनदेखी की. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अब ऐसे लोगों के चंगुल से आजाद है. एक नई सुबह, एक बेहतर कल के लिए तैयार है!’
उन्होंने कहा, ‘ये कदम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के युवाओं को मुख्यधारा में लाएंगे, साथ ही उन्हें उनके कौशल और प्रतिभा को प्रदर्शित करने के अनगिनत अवसर प्रदान करेंगे. इससे वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा, व्यापार-उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के नए अवसर बनेंगे और आपसी दूरियां मिटेंगी.’
‘विधेयकों का पारित होना महान नेताओं को श्रद्धांजलि’
इन विधेयकों का पारित होना देश के कई महान नेताओं को सच्ची श्रद्धांजलि है: सरदार पटेल, जो देश की एकता के लिए समर्पित थे; बाबासाहेब अम्बेडकर, जिनके विचार सर्वविदित हैं; डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को गर्व होगा कि सांसदों ने वैचारिक मतभेदों को भुलाकर उनके भविष्य को लेकर चर्चा की. साथ ही साथ वहां शांति, प्रगति और समृद्धि की राह सुनिश्चित की. RS में 125:61 और LS में 370:70 का विशाल बहुमत इस फैसले के प्रति भारी समर्थन को दिखाता है.
देश के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के चेयरमैन वैंकैया नायडू और और लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला जी ने अपने-अपने सदन में जिस प्रकार से कार्यवाही का प्रभावी संचालन किया, उसके लिए मैं उन्हें पूरे देश की ओर से बधाई देता हूं.
हमारे गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों के बेहतर जीवन को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं. उनके समर्पण और अथक प्रयासों से ही इन विधेयकों का पारित होना संभव हो पाया है. इसके लिए मैं अमित भाई को विशेष बधाई देता हूं!