अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बाद फिर विवादित बयान दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को खालिस्तान की मांग को एक तरह से हवा दे दी। स्वामी प्रसाद ने कहा कि अगर हिन्दू राष्ट्र की बात होगी तो खालिस्तान की मांग क्यों नहीं होगी। सामाजिक न्याय के प्रणेता वीपी मण्डल के जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब कभी भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं था तो अब कैसे होगा। कहा कि हमारा भारत पंथ निरपेक्ष विचार धारा पर आधारित है। अगर हिन्दू राष्ट्र की बात होगी तो खालिस्तान की मांग क्यो नहीं होगी।
स्वामी प्रसाद ने एक बार फिर रामचरित मानस की चौपाई के जरिए निशाना साधा। कहा कि आजादी के 76 साल बाद भी जातियां आज सबके सर पर चढ़कर बोल रही हैं। वह जातियां जिन्होंने पूरे समाज को बांटा, अपने वर्चस्व को सर्वोच्च बनाए रखने के लिए जिन्होंने कहा ‘ढोल, गंवार, शूद्र, पशु, नारी, सकल, ताड़ना के अधिकारी,’ जिन्होंने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा ‘जे बरनाधम तेलि कुम्हारा। स्वपच किरात कोल कलवारा।’