नई दिल्ली। विपक्ष के 15 राजनीतिक दलों के नेताओं ने वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए साझा रणनीति तय करने के लिए शुक्रवार को मैराथन बैठक की। सूत्रों की मानें तो इसमें किसी निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। कहा जा रहा है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में बैठक के दौरान तीखी बहस हुई। इस बैठक के बाद विपक्षी पार्टी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी ने हिस्सा नहीं लिया। वहीं, जब इसे लेकर नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि केजरीवाल का प्लेन जाने वाला था, इसलिए वह दिल्ली निकल गए। राहुल गांधी ने भी साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी के बीच नोंक-झोंक और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं लिया। हालांकि, इस बात का पता नहीं चल पाया है कि आखिर दोनों के बीच किस मुद्दे पर गरमागर्मी देखने को मिली।
AAP ने रखी डिमांड
अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप ने कांग्रेस से दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश पर रुख साफ करने को कहा है। उन्होंने इस अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का वादा नहीं किया तो पार्टी पटना में होने वाली बैठक से वॉकआउट भी कर सकती है। हालांकि, पार्टी के दिग्गज नेता अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, संजय सिंह गुरुवार को ही पटना पहुंच गए। इस दौरान वो पटना साहिब गुरुद्वारा में मत्था टेकने पहुंचे। हालांकि, आप की ओर से आए इस कमेंट पर दिल्ली कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी।
कांग्रेस ने दे दिया करारा जवाब
कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित ने गुरुवार को कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल बैठक में शामिल नहीं होना चाहते तो ठीक है। उनकी कमी महसूस नहीं होगी। साल 2024 के लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ बीजेपी से मुकाबला करने को लेकर संयुक्त रणनीति बनाने के लिए विपक्षी बैठक हो रही। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ये बैठक बुलाई है। ऐसे में अगर केजरीवाल की पार्टी इसमें शामिल नहीं होना चाहती तो इससे फर्क नहीं पड़ेगा।