पश्चिमी एशिया में भूमध्य सागर के पूर्वी तट पर स्थित देश लेबनान में भी आर्थिक संकट गहरा गया है। यह मुस्लिम बहुल देश है, जहां 60 फीसदी से ज्यादा आबादी मुसलमानों की है। वहां की आधिकारिक करंसी लेबनानी पाउंड मंगलवार को समानांतर बाजार में डॉलर के मुकाबले ऐतिहासिक और रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई।
लेबनान की संकटग्रस्त मुद्रा मंगलवार को नए निचले स्तर पर पहुंच गई। संकटग्रस्त देश के बैंकों के हड़ताल पर वापस जाने के कारण काले बाजार में डॉलर के मुकाबले लेबनानी पाउंड अभूतपूर्व 100,000 के आंकड़े पर पहुंच गया। मुद्रा संकट की वजह से लेबनान में खाने-पीने और रोजमर्रे के सामान और ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं।
लेबनान के राजनीतिक और वित्तीय अभिजात वर्ग द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के बाद 2019 में लेबनान की वित्तीय मंदी आई थी। उसके बाद से लेबनानी पाउंड लगातार गोते खा रहा है। लेबनान की 60 लाख से अधिक आबादी का तीन-चौथाई अब गरीबी में जी रहा है और वहां मुद्रास्फीति बढ़ती जा रही है।
हालांकि, लेबनानी सेंट्रल बैंक द्वारा एक डॉलर की आधिकारिक विनिमय दर 15,000 लेबनानी पाउंड पर निर्धारित की गई है,लेकिन वहां बाजार ब्लैक मार्केट की दर पर चल रहा है, जहां एक डॉलर की कीमत एक लाख लेबनानी पाउंड पर पहुंच चुका है। बता दें कि जनवरी के अंत में लेबनानी मुद्रा का बाजार मूल्य डॉलर के मुकाबले लगभग 60,000 था।