नई दिल्ली। राजद सुप्रीमो लालू यादव के परिवार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) के छापों में लगभग एक करोड़ की नकदी और 600 करोड़ रुपए की अन्य संपत्तियों का पता चला है। जमीन के बदले नौकरी (Land For Job) मामले में ED ने लगभग 150 करोड़ रुपए से अधिक के तेजस्वी के बंगले का भी पता लगाया है, जिसे सिर्फ 4 लाख रुपए में खरीदा गया बताया गया है।
दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों में से एक न्यू फ्रेंड कॉलोनी में स्थित चार मंजिला बंगले को सिर्फ 4 लाख रुपए में खरीदने की बात प्रवर्तन निदेशालय को पच नहीं रही है। शुक्रवार को जब इस बंगले पर जब रेड डाला गया, तब बिहार के उप-मुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव यहाँ मौजूद थे।
इतना ही नहीं, रेड के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने लालू यादव की बेटी और तेजस्वी यादव की बहन रागिनी यादव के घर पर रेड के दौरान करोड़ों रुपए कीमत के आभूषण और नकदी बरामद किए। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि रागिनी यादव के यहाँ से 54 लाख रुपए की नकदी और करोड़ों रुपए का 1.5 किलोग्राम आभूषण बरामद किए गए।
तेजस्वी का न्यू फ्रेंड कॉलोनी स्थित बंगला और उनकी बहन रागिनी यादव का आवास उन 24 स्थानों में शामिल हैं, जहाँ ED ने शुक्रवार (10 मार्च 2023) को छापेमारी की थी। छापेमारी में ED को नकदी और आभूषण नहीं, गोपनयीय दस्तावेज मिलने की बात भी कही जा रही है।
ED का मानना है कि एके इंफोसिस्टम्स को रेलवे में नौकरी के इच्छुक एक व्यक्ति से जमीन मिली थी। ईडी का कहना है कि भले ही यह संपत्ति मैसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय के रूप में दिखाया गया है, लेकिन इसका उपयोग तेजस्वी यादव अपने आवासीय परिसर के रूप में करते हैं।
ED ने कहा, “छापे में लगभग 600 करोड़ रुपए की आपराधिक आय वाली संपत्ति का पता चला है। इसमें 350 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति और 250 करोड़ रुपए के लेनदेन के रूप में है।” एजेंसी का कहना है कि इस पैसे का कुछ हिस्सा न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी का बंगला खरीदने में चला गया, जो मुंबई की कुछ आभूषण कारोबारी संस्थाओं के माध्यम से रूट किया गया।
ED का यह भी कहना है कि लालू यादव के परिवार ने रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी के गरीब आवेदकों से सिर्फ 7.5 लाख रुपए में चार पार्सल जमीन लिया गया था। इसे राबड़ी देवी द्वारा 3.5 करोड़ रुपए के भारी लाभ के साथ आरजेडी के पूर्व विधायक सैयद अबू दोजाना को बेचा गया था।
साउथ दिल्ली के पॉश इलाके में चार मंजिला बंगला सिर्फ 4 लाख रुपए में खरीदने पर सोशल मीडिया भी तेजस्वी पर निशाना साध रहे हैं। लोगों का कहना है कि तेजस्वी लोगों की आँखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर यहाँ तक कह रहे हैं कि ‘गरीबों के मसीहा’ का बंगला 150 करोड़ रुपए का है। लालू-तेजस्वी ही गरीबों के असली नेता हैं’।