मुंबई। महाराष्ट्र से छह राज्यसभा सीटों के लिए आज सभी पार्टियों के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया है. कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल, तो वहीं बीजेपी ने पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महाड़ीक को मैदान में उतारा है. इससे पहले शिवसेना से संजय राउत और संजय पवार ने नामांकन दाखिल किया है.
अगर आंकड़ों पर नजर डाले तो पता चलता है की सरकारी पक्ष का 169 और बीजेपी का 113 वोट होने का दावा है. महाविकास आघाडी – 169 विधायक (शिवसेना 55 + एनसीपी 53 + कांग्रेस 44 + अन्य पार्टियां 8 + निर्दलीय 8) .ऐसे में एक उम्मीदवार जीतने के लिए 42 वोटों का कोटा है. जिसमें कांग्रेस के पास (2), एनसीपी (11) और शिवसेना के पास (13) अतिरिक्त वोट हैं. साथ ही 8 निर्दलीय और 8 अन्य पार्टियां मिलाकर 16 वोट होने का दावा एमवीए सरकार का है. जो की 42 वोटों का कोटा पूरा करने के लिए पर्याप्त है. लेकिन बीजेपी के पास (29) अतिरिक वोट है. तीसरा उम्मीदवार जीतने के लिए बीजेपी को अतिरिक्त 13 वोटों की जरूरत है. बावजूद इसके बीजेपी ने तीसरा उम्मीदवार देकर राज्यसभा का चुनाव काफी दिलचस्प बना दिया है.
इसीलिए अब सभी की नजरें निर्दलीय विधायकों पर टिकी है. बीजेपी के तीसरे सीट के उम्मीदवार धनंजय महाड़ीक ने बताया की पार्टी का व्हिप निर्दलीय विधायकों पर लागू नहीं होता. और आंकड़े जुटाने में बीजेपी माहिर पार्टी है. साथ ही महाड़ीक ने दावा किया है कि बीजेपी के तीनों उम्मीदवार जीत हासिल करेंगे. पर्ची भरने के बाद पीयूष गोयल ने शिवसेना पर निशाना साधा. गोयल ने कहा 2019 के चुनाव के बाद शिवसेना ने विश्वासघात किया था. राज्यसभा चुनाव में उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.
तो वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने गोयल को नसीहत दी है कि वह महाराष्ट्र में ज्यादातर नहीं रहते वह दिल्ली में ही ध्यान दें. महाराष्ट्र में निर्दलीयों पर ध्यान रखने के लिए हमारे पास भी होम मिनिस्ट्री है. विपक्ष अगर जीतने का दावा कर रहा है तो वह शायद ईडी और सीबीआई से वोटिंग करवाने वाले होंगे.