नई दिल्ली। 9 साल पहले राजनीतिक मैदान में आने वाली आम आदमी पार्टी विवादों से लेकर घोटालों तक के मामलों की वजह से चर्चा में आ चुकी है. AAP के अब तक 4 मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें दो मंत्री तो रिश्वत लेने के मामले में पकड़े गए हैं. जबकि एक मंत्री को फर्जी डिग्री के मामले में अरेस्ट किया गया था. वहीं, सत्येंद्र जैन चौथे मंत्री हैं, जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार किया है. इसके अलावा, AAP के विधायक भी कई मामलों में विवादों में आए और जेल भेजे गए.
सत्येंद्र जैन: मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिकंजा कसा गया
प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को दिल्ली में AAP सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) को गिरफ्तार किया है. ईडी जैन की 4.81 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है. बताया गया है कि जैन के परिवार के लोग कुछ ऐसी फर्म से जुड़े थे जो PMLA के तहत जांच के दायरे में हैं. ईडी की जांच में पता चला है कि साल 2015-16 के दौरान जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे. तब उनके द्वारा लाभकारी स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनियों को कोलकाता स्थित कैश हस्तांतरण के खिलाफ शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये की आवास प्रविष्टियां मिलीं. इस पैसे का उपयोग भूमि की सीधी खरीद के लिए या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए लिए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था. जैन पर अधिकारों के दुरुपयोग के भी कई आरोप लग चुके हैं. सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन को मोहल्ला क्लिनिक के लिए सलाहकार नियुक्त किए जाने के मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था. इस मामले की जांच सीबीआई तक को दी गई थी.
आसिम अहमद खान: बिल्डर से 6 लाख रुपये घूस लेने के मामले में फंसे
साल 2018 में दिल्ली सरकार में मंत्री आसिम अहमद खान का नाम भी भ्रष्टाचार के मामले में सामने आया था. तब CM अरविंद केजरीवाल ने अपने कैबिनेट मंत्री आसिम अहमद खान को हटा दिया था. आसिम पर 6 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा था. आसिम अहमद खान दिल्ली सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री थे, CM केजरीवाल ने आसिम के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप की जांच CBI से कराने की सिफारिश की थी. आसिम पर एक बिल्डर से 6 लाख रुपये घूस लेने का आरोप है. केजरीवाल ने कहा था- ‘शिकायत करने वाले ने आसिम से बातचीत की. ऑडियो रिकॉर्डिंग मेरे पास भेजी. इसके बाद मैंने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की.’ जबकि आसिम खान ने कहा था- मेरे खिलाफ साजिश की गई है.
जितेंद्र तोमर: वकालत की फर्जी डिग्री रखने में पकड़े गए
साल 2015 में दिल्ली सरकार में कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर को गिरफ्तार किया गया था. उन पर वकालत की फर्जी डिग्री रखने के मामले में कार्रवाई की गई थी. एक आरटीआई के हवाले से पता चला कि जितेंद्र की डिग्री बोगस है. ठीक एक दिन बाद भागलपुर यूनिवर्सिटी ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि जो पंजीकरण नंबर उनकी डिग्री पर है, उस नंबर पर कोई और पंजीकृत है. डिग्री पूरी तरह से गलत और बोगस है. जितेंद्र पहले कांग्रेस नेता भी रहे हैं. दिल्ली चुनाव में वो आम आदमी पार्टी से त्रिनगर से चुनाव जीते और केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री बने. उनको दिल्ली के पर्यटन, कला और संस्कृति की भी जिम्मेदारी दी गयी थी.
सीडी कांड में फंसे मंत्री संदीप कुमार, बर्खास्त किए गए
आम आदमी पार्टी में मंत्री रहे संदीप कुमार 2016 में राशन कार्ड बनवाने के बहाने महिला से रेप केस में फंस चुके हैं. इस मामले में उनको जेल भेजा गया था. इस घटना की एक सीडी भी सामने आई थी. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया था. संदीप कुमार 2015 में दिल्ली की सुल्तानपुर माजरा विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने. संदीप कुमार केजरीवाल सरकार में महिला एवं बाल कल्याण विकास मंत्री बनाया गया था. उनके पास एससी-एसटी कल्याण मंत्रालय का भी प्रभार था. लेकिन, 2016 में एक ऐसी सीडी वायरल हुई, जिसमें संदीप कुमार को दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालात में देखे जाने के आरोप लगे. महिला का कहना था कि वह संदीप कुमार के पास राशन कार्ड बनवाने गई थी. यहां कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया. उसके बाद रेप किया गया. मामले में केजरीवाल ने संदीप को सरकार और पार्टी से बर्खास्त कर दिया था.
विजय सिंघला: पंजाब में एक प्रतिशत मांगने के आरोप में अरेस्ट
पंजाब सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के मामले में जेल भेजा गया है. उन पर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े टेंडर में एक प्रतिशत कमीशन मांगे का आरोप लगा है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त कर दिया. इसके बाद एंटी करप्शन ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस से विजय सिंगला के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. 52 साल के विजय सिंगला पंजाब के मनसा से विधायक हैं. उन्होंने मनसा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धू मूसेवाला (एक दिन पहले हत्या हो गई) को हराया था. सिंगल ने 19 मार्च को मंत्रीपद की शपथ ली थी. उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया था. सिंगला पेशे से डेंटिस्ट हैं और डेंटल क्लीनिक भी चलाते हैं. सिंगला आप में 7 साल पहले शामिल हुए थे.
सोमनाथ भारती पर बीवी ने लगाया था प्रताड़ना का आरोप
आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती भी लगातार विवादों में रहे हैं. 2013 में पत्नी लिपिका मित्रा ने उनके खिलाफ द्वारका नॉर्थ थाने में घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी. गिरफ्तारी से बचने के लिए सोमनाथ हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे थे. सोमनाथ की पत्नी ने शिकायत में उल्लेख किया था कि जब वे गर्भवती थीं और सातवां महीना चल रहा था तब सोमनाथ उनके पीछे कुत्ते छोड़ देते थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने उन्हें एक बार गर्भपात के लिए मजबूर किया और उसने अपनी कलाई काट लेने की कोशिश की.’लिपिका बच्चों के साथ द्वारका में अलग रह रही हैं. सोमनाथ दिल्ली के मालवीय नगर सीट से विधायक चुने गए थे. चुनाव जीतने के बाद सोमनाथ को कानून, पर्यटन, प्रशासनिक सुधार जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी मिली थी. 2014 में भारती को इस्तीफा देना पड़ा था. इसके अलावा, भारती पर एम्स में कर्मचारियों से मारपीट का भी आरोप लगा था. ये मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है. पिछले साल वह यूपी के दौरे पर थे. यहां दिए गए विवादित बयान को लेकर उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था.
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान लगातार विवादों में रहे हैं. 2016 में साले की पत्नी ने अमानतुल्लाह खान पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. महिला ने कहा था कि पिछले चार साल से अमानतुल्ला उसे परेशान कर रहे थे. उसका पति भी विधायक अमानतुल्ला का साथ दे रहा था. इसी वजह से महिला ने आप एमएलए के साथ-साथ अपने पति के खिलाफ भी केस दर्ज कराया है. इसके अलावा, हाल ही में अमानतुल्लाह खान को जेल भेजा गया था. उन पर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप था. दिल्ली के मदनपुर इलाके में एमसीडी अतिक्रमण हटा रही थी, तभी पथराव और बवाल हो गया था. मौके पर आप विधायक अमानतुल्लाह खान भी मौजूद थे. अमानतुल्लाह खान को तिहाड़ जेल भेजा गया था.
AAP MLA प्रकाश जारवाल: महिला से बदसलूकी में जेल गए
आम आदमी पार्टी के देवली से विधायक प्रकाश जारवाल साल 2017 में एक 53 साल की महिला से बदसलूकी के आरोप में फंस गए थे. महिला ने आरोप लगाया था कि प्रकाश जारवाल ने ना केवल उसे धमकाया बल्कि उसके साथ बदसलूकी भी की. उसके बाद प्रकाश जारवाल 2018 में दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में फंसे. मामले में पुलिस ने विधायक प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार कर लिया था. प्रकाश की गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब वो एक शादी में शरीक होने जा रहे थे.
बताते चलें कि अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में सक्रिय रहे अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में आने का फैसला लिया था. 2 अक्टूबर 2012 को आम आदमी पार्टी का गठन किया गया. उसके बाद केजरीवाल के नेतृत्व में 2013 में दिल्ली विधानसभा के चुनावी मैदान में कूदे. तब 28 सीटें जीतकर केजरीवाल ने सबको चौंका दिया था. इस चुनाव में 8 सीटें जीतने वाली कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को बिना शर्त समर्थन देकर सरकार बनाने का रास्ता साफ किया था. केजरीवाल पहली बार सीएम बने थे. आप नेतृत्व का कहना है कि पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई करती है.