पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा के हत्यारे को करीब एक साल बाद रविवार (18 जुलाई 2021) को गिरफ्तार कर लिया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपित छज्जू उर्फ छैमार को उसके गाँव से पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि आरोपित गिरफ्तारी से बचने के लिए बरेली जिले के बहेड़ी थाना क्षेत्र स्थित अपने गाँव पचपेड़ा में छुपकर रह रहा था।
छज्जू उर्फ छैमार ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि वो और उसके दोस्त मोहब्बत, शाहरुख, राशिद, आमिर, तीन महिलाओं के साथ शाहपुर कौड़ी पंजाब में चादर व फूल बेचा करते थे। इन लोगों के पास एक टेंपो भी था, जिससे वे आस-पास के इलाकों में महिलाओं के साथ घूमकर रैकी भी करते थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपित ने एसटीएफ को बताया कि महिलाएँ वारदात वाले दिन फूल बेचने के बहाने सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार के घर में घुस गईं और सारी जानकारी जुटा ली। इसके बाद उन्होंने अपने गिरोह के सदस्यों को इस बारे में बताया। छज्जू ने आगे बताया कि रात में उनका गिरोह वारदात को अंजाम देकर घर में रखे जेवर और नकदी लूटकर भाग निकला। उसने बताया कि वारदात के बाद वो वहाँ से भागकर हैदराबाद चला गया था। कुछ दिन हैदराबाद में रहने के बाद वह वापस लौटकर बरेली स्थित अपने गाँव आकर रहने लगा था।
गौरतलब है कि पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार के पठानकोट के फरियाल गाँव में स्थित मकान में 19/20 अगस्त 2020 की रात को घर में कुछ लुटेरे घुस गए थे। उस समय अशोक कुमार परिवार के साथ छत पर सो रहे थे। तभी लुटेरों ने उन लोगों पर तेजधार वाले हथियारों और राड से हमला कर दिया।
सब लोग गहरी नींद में थे, इसलिए उस समय कोई भी बचाव नहीं कर पाया। लुटेरों के हमले में अशोक कुमार (58) की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि पत्नी आशा देवी (55) बेटे कौशल कुमार (32) और अपिन कुमार (24) व उनकी माँ सत्या देवी (80) गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में उनके बेटे कौशल कुमार ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया था।