नई दिल्ली। चीन के साथ लद्दाख में झड़प के मुद्दे पर लगातार हमलावर राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने एक न्यूज आर्टिकल को साझा करते हुए ट्वीट किया कि चीन ने हमारे सैनिकों को मारा. चीन ने हमारी जमीन हड़प ली. इन सबके बावजूद चीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ क्यों कर रहा है?
कांग्रेस लगातार चीन के साथ सीमा विवाद पर सरकार को घेर रही है. सरकार को घेरने के लिए कल कांग्रेस पार्टी की कार्य समिति (CWC) की बैठक भी होने जा रही है. मंगलवार सुबह 11 बजे होने जा रही CWC की बैठक की अध्यक्षता सोनिया गांधी करेंगी. मनमोहन, राहुल समेत सभी CWC के सदस्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल होंगे. चीन के अलावा कोरोना पर देश में हालात पर भी चर्चा होगी. CWC चीन के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ प्रस्ताव लाएगी.
China killed our soldiers.
China took our land.Then, why is China praising Mr Modi during this conflict? pic.twitter.com/iNV8c1cmal
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 22, 2020
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री सिंह ने लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध पर अपनी पहली टिप्पणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान को लेकर सोमवार को कहा कि मोदी को अपने बयान से चीन के षड्यंत्रकारी रुख को ताकत नहीं देनी चाहिए और राष्ट्रीय सुरक्षा एवं सामरिक हितों पर पड़ने वाले अपने शब्दों के प्रभाव को लेकर बहुत ज्यादा सावधान रहना चाहिए.
यह उल्लेख करते हुए कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति एवं मजबूत नेतृत्व का विकल्प नहीं हो सकता, सिंह ने प्रधानमंत्री से अपील की कि भारत की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के दौरान जान गंवाने वाले सैनिकों के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि सिंह का बयान मात्र “शब्दों को खेल” है. जेपी नड्डा ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर भारत की सैकड़ों वर्ग किलोमीटर भूमि चीन को बिना संघर्ष के सौंप दी और उनके कार्यकाल में 2010 से 2013 के बीच पड़ोसी देश ने 600 बार घुसपैठ की. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं तथा उनकी पार्टी को “हमारे बलों का बार-बार अपमान और उनकी वीरता पर सवाल उठाना बंद करना चाहिए.”
भाजपा प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने (बालाकोट) हवाई हमले और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी ऐसा ही किया था. नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को राष्ट्रीय एकता का सही मतलब समझना चाहिए, खासकर ऐसे समय में.
उन्होंने ट्वीट किया, ” डॉ. मनमोहन सिंह उसी पार्टी से आते हैं, जिसने 43,000 किलोमीटर से ज्यादा भारतीय क्षेत्र को निस्सहाय रूप में चीन को समर्पित कर दिया था! संप्रग के शासनकाल में देखा गया कि बिना संघर्ष सामरिक और क्षेत्रीय समर्पण किया गया. बार-बार हमारे बलों का अपमान किया गया.”
भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘कोई महज विचार ही कर सकता है कि डॉ सिंह चीन के इरादों के प्रति चिंतित थे जब उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में भारत की सैकड़ों वर्ग किलोमीटर जमीन बिना संघर्ष के चीन को समर्पित कर दी. उनके कार्यकाल में 2010 से 2013 के बीच चीन ने 600 बार घुसपैठ की.”