नई दिल्ली। कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिर एक बार देश को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी रात 8 बजे देश से मुखातिब होंगे और सरकार की ओर से कोरोना को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताएंगे. इस दौरान लॉकडाउन पर भी अहम ऐलान किया जा सकता है.
सूत्रों से खबर है कि पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से आज लॉकडाउन के चौथे चरण का ऐलान किया जा सकता है. इस चरण लोगों में ज्यादा छूट जाएगी. साथ ही पीएम मोदी, मजदूरों के पलायन और लॉकडाउन एग्जिट प्लान के मुद्दे पर भी चर्चा कर सकते हैं. इसके अलावा लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाने की अपील भी की जाएगी.
कल हुई थी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक
वैसे लॉकडाउन के तीसरे चरण की मियाद 17 को पूरी हो रही है. कोरोना और लॉकडाउन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के सभी मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की थी. इस दौरान कई मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन आगे बढ़ाने की वकालत की थी.
सभी मुख्यमंत्रियों ने दिए थे सुझाव
इस बैठक की खास बात ये थी कि इसमें सभी मुख्यमंत्रियों को बोलने के लिए वक्त दिया गया था. सभी मुख्यमंत्रियों का बोलने का क्रम निर्धारित कर दिया गया. बैठक दो हिस्सों में आयोजित की गई. पहला दौर दोपहर तीन बजे से शुरू हुआ. सबसे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने अपनी बात रखी.
ममता ने लगाया था भेदभाव का आरोप
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का तीसरा नंबर था. उन्होंने केंद्र सरकार पर भेदभाव की राजनीति का आरोप लगाया। ममता बनर्जी का कहना था कि बंगाल को लिखी केंद्र की चिट्ठी पहले ही लीक हो जाती है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने 12 मई से पैसेंजर ट्रेनों को चलाए जाने के फैसले का विरोध किया.
उद्धव ठाकरे ने की थी लॉकडाउन बढ़ाने की मांग
सीएम के चंद्रशेखर राव का कहना था कि दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलुरु और चेन्नई जैसे महानगर कोरोना के रेड जोन और सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इन शहरों से ट्रेनों को चलाया गया तो वायरस तेजी से फैलेगा और संक्रमितों की संख्या में उछाल आएगा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन आगे बढ़ाने की मांग की.
पीएम मोदी ने की थी राज्यों की सराहना
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की भूमिका की सराहना की था. उन्होंने कहा था कि हम लॉकडाउन कैसे लागू कर रहे हैं? इसमें सबकी भूमिका अहम है. हम प्रयास कर रहे हैं कि जो जहां है, वहीं रहे, लेकिन मनुष्य का मन है और हमें कुछ निर्णय बदलने भी पड़े हैं. राज्यों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है. पीएम मोदी ने कहा कि दो गज की दूरी ढीली हुई तो संकट बढ़ेगा.