नई दिल्ली। पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम को उनके वकीलों से हुई चूक का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. वकीलों से हुई इसी गलती के चलते अब पी चिदंबरम को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलना भी मुश्किल नजर आ रहा है.
दरअसल, पी चिदंबरम की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल नई याचिका डिफेक्ट में चली गई है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट पी चिदंबरम के वकील से इस याचिका में सुधार के लिए कह सकता है. यदि ऐसा हुआ तो तत्काल राहत चाह रहे पी चिदंबरम के मामले न केवल टल जाएगी, बल्कि उन्हें कोई तात्कालिक राहत भी नहीं मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि हाल में, अनुच्छेद 370 की याचिका पर वकील और याचिकाकर्ता को याचिका में सुधार करने को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था. मौजूदा समय में चिदंबरम की याचिका में कुछ खामिया हैं, जो रजिस्ट्री में दाखिल की गई है.
उल्लेखनीय है कि पी चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया मामले में आरोपी हैं. आईएनएक्स मीडिया मामला फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन बोर्ड (एफआईपीबी) में कथित अनियमितताओं से संबंधित है. चिदंबरम पर साल 2007 में केंद्रीय वित्तमंत्री रहने के दौरान लगभग 300 करोड़ रुपये का विदेशी धन लेकर मीडिया समूह को एफआईपीबी मंजूरी देने में अनियमितता बरतने का आरोप है.