नई दिल्ली। कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार को अभी सालभर पूरा नहीं हुआ है, लेकिन कुमारस्वामी की अगुवाई वाली इस सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. विधायकों की जोड़-तोड़ की खबरों के बीच कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल बेंगलुरु पहुंच गए हैं. उधर, बीजेपी नेता येदियुरप्पा का दिल्ली में बड़े नेताओं के साथ बैठकों का दौर जारी है. बीजेपी ने अपने 104 विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में शिफ्ट कर दिया है.
इस बीच, कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार ने कहा है कि हमारे विधायक हमारे साथ हैं और हम अपने-अपने क्षेत्र की जनता के लिए जवाबदेह हैं. उन्होंने कहा कि हमारे विधायक कोई गंदी राजनीति नहीं कर रहे बल्कि बीजेपी महागठबंधन मुद्दे को तूल दे रही है. मंत्री ने कहा कि बीजेपी को पहले खुद अपने मन को साफ करना चाहिए.
अविश्वास प्रस्ताव पर नजर
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के 3 विधायकों ने मुंबई में डेरा डाल लिया है जिनपर खेमा बदलने का शक जताया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. अब इन 13 विधायकों समेत कुछ अन्य विधायकों के इस्तीफे के बाद बीजेपी कुमारस्वामी सरकार के खिलाफ अगले हफ्ते अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है. हालांकि डर बीजेपी को भी है कि कहीं कांग्रेस उन्हीं के खेमे में सेंधमारी न कर दे. यही वजह है कि बीजेपी ने अपने विधायकों को गुरुग्राम शिफ्ट कर दिया है.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा दिल्ली में नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं. हालांकि उन्होंने जोड़-तोड़ की खबरों को पूरी तरह खंडन किया है. उन्होंने कहा कि हम सरकार बनाने के लिए किसी तरह की जोड़-तोड़ में शामिल नहीं हैं और न ही हमारे विधायक पाला बदल रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ अफवाह है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है.
कर्नाटक से बीजेपी विधायक एन शशिकला ने कहा कि हमें लोकसभा चुनाव की रणनीति के सिलसिले में गुरुग्राम बुलाया गया है, यहां सरकार बनाने को लेकर कोई बातचीत हुई है. बाकी जानकारी वरिष्ठ नेता ही दे सकते हैं. हालांकि कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया और कहा कि उनके 3 विधायक मुंबई में हैं जिन्हें बीजेपी लगातार प्रलोभन देकर खरीदने की कोशिश कर रही है.
कर्नाटक असेंबली का गणित
कर्नाटक में कुल 225 विधानसभा सीटें हैं जिनमें से स्पीकर समेत कांग्रेस के पास 80 विधायक हैं. वहीं कुमारस्वामी की जेडीएस के पास 37 विधायक हैं. बीजेपी चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी लेकिन उसके खाते में 104 विधायक ही आ पाए थे. बीजेपी बहुमत का आंकड़ा न पाने की वजह से सरकार बनाने में विफल रही थी जबकि कांग्रेस ने अपने से कम विधायक पाने वाली जेडीएस को मुख्यमंत्री का पद दिया है.