मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस जिला अस्पताल में भर्ती घायलों का हालचाल जाना. अधिकारियों और पीड़ितों संग बैठक कर हालात का जायजा भी लिया. मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हाथरस भगदड़ कांड को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में हैं. उन्होंने अधिकारियों से 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है. सीएम योगी ने घटना वाले दिन ही डीजीपी, मुख्य सचिव और दो मंत्रियों को घटनास्थल के लिए रवाना किया और आज खुद भी हाथरस पहुंच गए. यहां उन्होंने जिला अस्पताल में भर्ती घायलों का हालचाल जाना. अधिकारियों और पीड़ितों संग बैठक कर हालात का जायजा भी लिया. सीएम योगी ने दो टूक कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सीएम योगी आदित्यनाथ अस्पताल में जैसे ही पहुंचे, उन्होंने बेड पर लेटी एक बुजुर्ग महिला से सवाल किया कि अम्मा कैसी हो, अब ठीक हो न, तबीयत कैसी है. जिसपर महिला अपने स्वास्थ्य के बारे में सीएम को बताती है. सीएम ने भी तसल्ली से उसकी बात सुनी.
इसके बाद वो एक अन्य महिला के बेड के पास पहुंचे और वहां मौजूद तीमारदार से सवाल किया कि सबकुछ ठीक है, कोई दिक्कत तो नहीं? इलाज सही तरीके से हो रहा है ना? अम्मा कैसी हैं? सीएम के सवाल पर तीमारदार ने अस्पताल के इंतजामों पर अपनी बात कही.
इसी तरह सीएम योगी ने अस्पताल में भर्ती कई घायलों से मुलाकात की. उन्होंने घायल महिला सिपाही का भी हाल जाना. साथ ही डॉक्टरों को समुचित इलाज का निर्देश दिया. इस दौरान सीएम योगी के साथ मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और अन्य नेता व सीनियर अधिकारी मौजूद रहे.
मालूम हो कि हाथरस में मंगलवार को ‘भोले बाबा’ के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी. इस घटना में 121 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. दर्जनों लोग घायल हैं. कई की हालत गंभीर है. अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. झकझोर देने वाली यह घटना तब हुई जब नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) के सत्संग के बाद उनका चरण रज लेने और दर्शन करने के लिए लोग टूट पड़े. मरने वालों में अधिकतर महिलाएं शामिल हैं.
सीएम योगी इस हादसे के घायलों का हाल जानने के लिए 3 जुलाई की दोपहर को हाथरस अस्पताल पहुंचे हैं. सीएम ने यहां सर्किट हाउस में पहुंचकर हादसे के बाद की स्थिति का भी जायजा लिया. उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं. रिपोर्ट के बाद जिम्मेदारों पर एक्शन हो सकता है.