बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव में हार को लेकर रविवार को समीक्षा बैठक की। इस दौरान आकाश आनंद को लेकर बड़ा ऐलान किया गया। मायावती ने आकाश आनंद को राष्ट्रीय संयोजक का पद दिया है।
उत्तर प्रदेश में बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार की समीक्षा के लिए रविवार को अहम बैठक की। बैठक के दौरान मायावती अपने भतीजे आकाश आनंद के सिर पर हाथ रख आशीर्वाद देती नजर आईं। इसके कुछ देर बाद आकाश आनंद की बसपा में फिर वापसी ऐलान हुआ। मायावती ने आकाश आनंद को फिर अपना उत्तराधिकारी बनाया। आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर का पद दिया है। दरअसल, भतीजे आकाश आनंद की रिलांचिंग की तैयारी पहले से चल थी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने समीक्षा बैठक से पहले ही इसका संकेत दे दिया था। मायावती ने बीते दिन शनिवार को भतीजे आकाश आनंद को पंजाब और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारक बनाया है। बसपा नेता आकाश आनंद को स्टार प्रचार की लिस्ट में दूसरे स्थान पर जगह मिली है।
आपको बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव के लिए जारी 20 स्टार प्रचारकों की सूची में उन्हें दूसरे नंबर का स्टार प्रचारक बनाया था। स्टार प्रचारक बनाए जाने से चंद महीने पहले मायावती ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। लोकसभा चुनाव में आकाश आनंद की सबसे अधिक सभाएं भी यूपी में लगाई गईं, लेकिन सीतापुर में चुनावी सभा के दौरान उनके द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद उनके खिलाफ एफआईआर होते ही मायावती ने आकाश के सभी कार्यक्रमों पर रोक लगा दी। इतना ही नहीं मई में राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर पद से हटाने के साथ ही अपने उत्तराधिकारी के दायित्व से भी मुक्त कर दिया।
मायावती ने भले ही आकाश को पदों से मुक्त कर दिया था, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उनके द्वारा गए भाषणों ने कॉडर के अंदर एक बड़ा फालोवर खड़ा कर दिया। मायावती द्वारा लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा बैठकों के दौरान मिलने वाले अधिकतर पदाधिकारियों ने आकाश की वापसी की इच्छा जताई थी। इसके बाद से ही माना जाने लगा था कि आकाश जल्द ही सक्रिय राजनीति में नजर आएंगे और पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। इसके बाद शनिवार को पंजाब और उत्तराखंड उपचुनाव में स्टार प्रचारक बनाकर इसके संकेत दे दिए गए । उत्तराखंड और पंजाब उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची सामने आने के बाद आकाश के पुन: राजनीतिक रूप से सक्रिय होने की चर्चाएं शुरू हो गई और यह माना जाने लगा है कि वह देर-सबेर सक्रिय राजनीति में आ जाएंगे। इसके बाद आज रविवार को मायावती ने बैठक में आकाश की वापसी का ऐलान किया।
मायावती ने क्यों छीना था पद
मायावती भतीजे आकाश को बसपा में अपने बाद नंबर दो की हैसियत में रखना चाहती हैं। इसीलिए उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाने के साथ ही लोकसभा चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन क्यूं हटाया गया? पर पार्टी के लोगों का कहना है कि वह आकाश को किसी विवाद में फंसने नहीं देना चाहती हैं। वह यह भी नहीं चाहती हैं कि उनकी लांचिंग खराब हो जाए और चुनाव में हार का ठीकरा उन पर फूट जाए। आकाश पहले भी दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। ऐसे में उनको अभी दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी दी जा रही और धीरे-धीरे वर्ष 2027 में यूपी विधान सभा चुनाव में उन्हें पूरी तरह से लांच किया जाएगा।