कथित शराब नीति घोटाले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की ईडी की हिरासत की अवधि आज खत्म हो गई। लेकिन अब उन्हें 15 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसे लेकर राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हो रही थी। यानी अब दिल्ली के सीएम को 15 अप्रैल तक का समय तिहाड़ जेल के अंदर बिताना पड़ेगा।
गीता, रामायण के साथ ये किताब मांगी
इस पूरे मामले को लेकर पेशी के दौरान केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कुछ भी कर रहे हैं वह देश के लिए ठीक नहीं है। वहीं, न्यायिक हिरासत में भेजने के फैसले पर केजरीवाल ने एक आवेदन दाखिल किया है। उन्होंने तिहाड़ में रहने के दौरान स्पेशल डायट, दवाइयां, किताबें और धार्मिक लॉकेट पहनने की अनुमति मांगी है। किताबों में उन्होंने रामायण, गीता और ‘हाउ प्राइम मिनिस्टर डिसाइड’ मांगी है।
ईडी ने की थी न्यायिक हिरासत की मांग
ईडी की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने अदालत से कहा था कि केजरीवाल ने डिजिटल उपकरणों से पासवर्ड नहीं दिए हैं। राजू ने कहा कि केजरीवाल सवालों के ठीक-ठीक जवाब देने की जगह यही कह रहे हैं कि उन्हें कुछ नहीं पता। इसके साथ ही उन्होंने अरविंद केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की। बता दें कि अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था।
राजू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का आचरण पूरी तरह से असहयोगात्मक रहा है। उन्होंने पूछताछ को भटकाने की कोशिश की है। ऐसे में भविष्य में हमें हिरासत की आवश्यकता पड़ सकती है।