पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और कंगना रनौत को लेकर की गई आपत्तिजनक बयानबाजी और सोशल मीडिया पोस्ट पर चुनाव आयोग बीजेपी सांसद दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत पर भड़का हुआ है। महिलाओं को लेकर की गई अशोभनीय टिप्पणी पर आयोग ने कहा कि दोनों नेताओं के बयान की वह कड़े शब्दों में निंदा करता है। कुछ दिन पहले इस मामले का संज्ञान लेते हुए आयोग ने दोनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन में चुनाव आयोग ने नोटिस के बाद दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत को उनकी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए कड़ी फटकार लगाई है। अपने आदेश में चुनाव आयोग माना कि दोनों नेताओं ने महिलाओं पर व्यक्तिगत हमला किया।
बता दें कि MCC स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चुनाव आयोग का अभिन्न अंग है, जो किसी भी नेता के उन भाषण या सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिबंध लगाता है जो उसके अनुसार, नफरत फैलाने और समाज में माहौल खराब करने वाला हो। इसमें समुदाय के बीच हिंसा भड़काने और महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां भी शामिल हैं।
नड्डा और खरगे को भी नोटिस
चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को चुनाव के दौरान सार्वजनिक बयानों में सावधानी बरतने की चेतावनी दी है। साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे को भी चेतावनी नोटिस जारी किया है, ताकि वे अपने पदाधिकारियों को आदर्श आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन करने से रोके।
बता दें कि कुछ दिन पहले बीजेपी सांसद दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। घोष ने कहा कि ममता बनर्जी जब गोवा जाती हैं तो गोवा की बेटी बन जाती हैं और त्रिपुरा में खुद को वहां की बेटी बताती हैं। ममता स्पष्ट करें कि उनका पिता कौन है। यह ठीक बात नहीं है। दिलीप घोष के इस बयान को टीएमसी ने आड़े हाथों लिया था और चुनाव आयोग से शिकायत की थी।
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता सु्प्रिया श्रीनेत ने 25 मार्च को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कंगना रनौत की एक तस्वीर पोस्ट की थी। इसके कैप्शन में लिखा था- ‘क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा। इससे एक दिन पहले बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जारी उम्मीदवारों की लिस्ट में कंगना रनौत को मंडी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। सुप्रिया के इस पोस्ट पर कंगना समेत कई बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।