दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। इस बीच, अरविंद केजरीवाल ने जेल से ही निर्देश जारी किए हैं, जिसे लेकर ईडी ने हैरानी जताई है। ईडी ने कहा है कि हवालात में केजरीवाल को ना तो कंप्यूटर और ना ही कागज दिया गया है, फिर वे कैसे निर्देश जारी कर सकते हैं। जांच एजेंसी की हिरासत से मुख्यमंत्री के पहले आदेश पर दिल्ली की मंत्री आतिशी के बयान पर ईडी ने सवाल उठाए हैं।
आतिशी ने कहा-मेरी आंखों में आंसू आ गए
बता दें कि जल मंत्री आतिशी ने केजरीवाल के निर्देश देने का कागज दिखाते हुए कहा कि शनिवार देर रात मिले निर्देशों से उनकी आंखों में आंसू आ गए, “मैं सोचती रही कि यह आदमी कौन है, जो जेल में है, लेकिन अभी भी दिल्लीवासियों की पानी और सीवेज समस्याओं के बारे में सोच रहा है। केवल अरविंद केजरीवाल ही ऐसा कर सकते हैं क्योंकि वह खुद को दिल्ली के दो करोड़ लोगों के परिवार का सदस्य मानते हैं। सुनीता केजरीवाल ने उनसे ईडी मुख्यालय में मुलाकात की धी। हम इसकी भी जांच कर रहे हैं।”
केजरीवाल के निर्देश को भाजपा ने बताया स्क्रिप्टेड
सुनीता केजरीवाल ने कल शाम ईडी कार्यालय में दिल्ली के मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और वे अपने हाथ में कुछ कागजात लेकर वह ईडी कार्यालय से बाहर निकलकर कुछ कर्मचारियों के साथ कार में बैठती देखी गईं। इस बीच, दिल्ली भाजपा ने ईडी की हिरासत से जल मंत्री को दिए गए उनके निर्देश को “स्क्रिप्टेड” बताया है।
अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गुरुवार को दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राष्ट्रीय राजधानी के सिविल लाइन्स इलाके में उनके आधिकारिक आवास पर तलाशी के बाद गिरफ्तार किया था। फिर अदालत ने शुक्रवार को उन्हें 28 मार्च तक केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में भेज दिया था।
आप प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और उनके मंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। केजरीवाल ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करने वाली केंद्रीय एजेंसी ईडी के नौ समन भेजे जाने को नजरअंदाज कर दिया था। उनकी पार्टी के तीन सहयोगी – मनीष सिसौदिया, संजय सिंह और विजय नायर – पहले से ही दिल्ली शराब घोटाला मामले में जेल में बंद हैं।