अमेठी और रायबरेली की सीट से जल्द सस्पेंस खत्म हो जाएगा. राहुल गांधी वायनाड और अमेठी दोनों जगह से चुनाव लड़ सकते हैं. इसको लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से एक प्रस्ताव बनाकर कांग्रेस के आलाकमान को सौंप दिया गया है. यह बातें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष और वाराणसी संसदीय क्षेत्र से तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारे गए अजय राय ने कही है.
अजय राय ने बताया कि जैसे वाराणसी संसदीय क्षेत्र से सस्पेंस खत्म हो गया, वैसे ही जल्द अमेठी और रायबरेली सीट पर भी सस्पेंस खत्म हो जाएगा. राहुल गांधी क्या वायनाड और अमेठी दोनों जगह से चुनाव लड़ सकते हैं. इस पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर उनकी तरफ से एक प्रस्ताव बनाकर दे दिया गया है. क्योंकि गांधी परिवार ने अमेठी के लोगों की सेवा की है और करता रहेगा.
‘मैं लगातार संघर्ष करता आया हूं- अजय राय’
अजय राय ने आगे कहा कि दो जगह से चुनाव लड़ने में हर्ज क्या है? मोदी जी ने भी 2014 में बड़ौदा और वाराणसी के चुनाव लड़ा था. चुनावी मुद्दों के सवाल के जवाब में अजय राय ने कहा कि मैं लगातार संघर्ष करता आया हूं और मैदान कभी नहीं छोड़ा हूं. यह लोग (BJP) मैदान छोड़ाना चाहते थे और हराना चाहते थे. मुझे और मेरी राजनीति को समाप्त करना चाहते थे.
इसलिए खत्म नहीं कर पाए, क्योंकि मेरे ऊपर किसी प्रकार का दाग नहीं है. मेरे चरित्र पर भी किसी तरह का दाग नहीं है. न ही ईडी कुछ कर पाई और नहीं सीबीआई. उन्होंने बताया कि मुद्दे महंगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार है. इसके अलावा वाराणसी में विनियोजित विकास भी बड़ा मुद्दा है. वाराणसी को मेट्रो और देश को बुलेट ट्रेन देने का वादा किया गया था, लेकिन अब वाराणसी में रोपवे दे रहे हैं. वह भी पुराना मॉडल, जो कभी भी दुर्घटना कर सकता है.
‘इस बार गुजरात मॉडल और मोदी मॉडल फेल’
उन्होंने बताया कि इस बार भी स्थानीय बनाम बाहरी की लड़ाई को लेकर वे चुनाव में उतरेंगे. उन्होंने तीसरी बार भी हार की हैट्रिक के सवाल पर कहा कि मोदी जी के पास सारा तंत्र है. लेकिन मेरे पास जनता का तंत्र है. इस बार गुजरात मॉडल और मोदी मॉडल फेल हो चुका है. इस बार नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक रूप से हारकर वाराणसी से जाएंगे.