कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने काशी के युवाओं पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने खुद को चश्मदीद बताते हुए दावा किया है कि काशी के युवा रात में बाजा बजा कर सड़क पर शराब पी कर दिखते हैं। यह बयान उन्होंने सोमवार (19 फरवरी, 2024) को रायबरेली में दिया था। राहुल गाँधी के इस बयान की काफी आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर उनके माफ़ी की भी माँग उठी है। हालाँकि, अभी तक राहुल गाँधी ने अपने इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
दरअसल 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे राहुल गाँधी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ ले कर भारत के विभिन्न हिस्सों में घूम रहे हैं। इसी माह उनकी यात्रा उत्तर प्रदेश में प्रवेश की। पिछले हफ्ते राहुल गाँधी ने वाराणसी में रोड शो भी किया था। इसके बाद राहुल गाँधी की यात्रा का अगला पड़ाव अमेठी और रायबरेली में हुआ। 19 फरवरी को उन्होंने रायबरेली में आयोजित रोड शो में वाराणसी के बारे में अपना अनुभव बताया। उनके भाषण का 30 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
काशी का विकास देखकर जब कांग्रेस के युवराज की आंखें चौंधिया गईं तब उन्होंने यहां के युवाओं को अपमानित करने के लिए अनाप-शनाप बोलना शुरू कर दिया।
राहुल गांधी की बौखलाहट का सबसे बड़ा कारण यह है कि यूपी के युवा इनकी यात्रा में झांकने तक नहीं जा रहे।#CongressMuktBharat pic.twitter.com/ylWfRsVCIS— Vivek Pandey 🇮🇳 (@INDVivekPandey_) February 20, 2024
अपने बयान में राहुल गाँधी ने कहा, “वाराणसी में देखा मैंने। रात को बाजा बज रहा है, बाजा बज रहा है। वहाँ पर शराब पिए, शराब पिए सड़क पर लेटते हुए। बाजा बज रहा है। UP का भविष्य रात को शराब पिए नाच रहा है, डाँस कर रहा है। नशे में।” इसी बीच राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं को ‘ठहर जा-ठहर जा’ कह सम्बोधित करते रहे। सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ ही राहुल गाँधी के इस बयान का विरोध होना शुरू हो गया है। हिन्दू महासभा पदाधिकारी ने राहुल गाँधी की बौखलाहट की वजह उनकी न्याय यात्रा में लोगों का न आना बताया है।
राहुल गाँधी का जो वीडियो शेयर हो रहा है उसमें कैप्शन के तौर पर उन्हें चुनावी हिन्दू बताया गया है। इसी बयान पर नाराज़गी जताते हुए मुक्तानंद गिरी ने लिखा, “राहुल गाँधी ने कहा था लोग मन्दिर में लड़की छेड़ने जाते है। आज काशी जी को कहा शराबियों का अड्डा। ऐसी भाषा सिख, मुस्लिम ईसाई के विषय में क्यों नहीं बोलता।”
प्रशांत कुमार शुक्ला का कहना है कि जब काशी का विकास देख कर राहुल गाँधी की आँखें चौंधिया गईं तब वो वहाँ के युवाओं को अनाप-शनाप बोलने लगे।
इसके अलावा सोशल मीडिया पर कई नेटीजेंस ने राहुल गाँधी द्वारा काशी के युवाओं पर दिए बयान को आपत्तिजनक और अशोभनीय माना है। उनसे माफ़ी की भी माँग की जा रही है। फ़िलहाल इस बयान पर राहुल गाँधी या उनकी पार्टी की तरफ से किसी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है।