राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए अयोध्या में भव्य तैयारियां चल रही हैं। 22 जनवरी को होने वाले इस आयोजन में करीब 8 हजार लोगों की मौजूदगी होगी। इनमें दिग्गज कारोबारी, नेता, संत, सिलेब्रिटी शामिल होंगे। विपक्षी पार्टी कांग्रेस से भी सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को निमंत्रण मिला है। इसके अलावा पूर्व पीएम के नाते मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी बुलाया गया है। इस बीच पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि शायद कांग्रेस के नेता इस आयोजन में न जाएं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से इन लोगों को न्योता दिया गया है।
सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी को ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने निमंत्रण दिया है। अगले कुछ दिनों में देश की कई राजनीतिक पार्टियों के अध्यक्षों को निमंत्रण दिया जाएगा। ट्रस्ट के सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक दलों के प्रमुखों को बुलाया जा रहा है। इसके अलावा संवैधानिक पदों पर बैठे प्रमुख लोगों और कुछ अन्य हस्तियों को भी बुलाया जा रहा है। इसके अलावा अलग-अलग अखाड़ों, संप्रदायों से ताल्लुक रखने वाले संतों को भी निमंत्रण दिया जा रहा है। यहां तक कि सिख, बौद्ध और जैन पंथ के भी लोगों को बुलाया जा रहा है।
इस बीच कांग्रेस नेताओं के कार्यक्रम में न जाने को लेकर चर्चाएं तेज हो सकती हैं। दरअसल कांग्रेस नेता यदि आयोजन में नहीं गए तो भाजपा इसे लेकर हमला बोल सकती है। पहले भी भाजपा कांग्रेस को हिंदुत्व के मुद्दे पर घेरती रही है और अब यदि कांग्रेस के नेता आयोजन में नहीं गए तो उसे नए सिरे से मौका मिल सकता है। हालांकि अब तक कांग्रेस के किसी नेता का बयान इसे लेकर नहीं आया है। राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने के लिए कांग्रेस से राहुल गांधी या फिर प्रियंका वाड्रा को निमंत्रण नहीं मिला है।
राहुल गांधी को नहीं न्योता, कांग्रेस से अधीर, सोनिया और खरगे को बुलाया
माना जा रहा है कि राहुल गांधी के पास फिलहाल केवल सांसद का ही पद है। इसलिए उन्हें बुलाया नहीं गया है। उनके स्थान पर पार्टी के चीफ खरगे, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, लोकसभा में लीडर अधीर रंजन चौधरी को न्योता दिया गया है। इसके अलावा वरिष्ठ नेता के तौर पर सोनिया गांधी को बुलाया गया है।