लखनऊ। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की हो रही पहली बैठक में सबकी नजर यूपी के समीकरणों पर है। यहां के सबसे बड़े विपक्षी दल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मंगलवार को दिल्ली में हो रही बैठक का हिस्सा बनेंगे। यूपी में सीटों के बंटवारे की अगुआई सपा खुद करना चाहती है। अखिलेश बैठक में भागीदारी के फॉर्म्युले का मुद्दा उठा सकते हैं।
चुनाव नतीजों के ठीक तीन बाद 6 दिसंबर को गठबंधन की बैठक प्रस्तावित थी, लेकिन, ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, अखिलेश सहित कई नेताओं के मना करने के चलते बैठक टल गई थी। इसे कांग्रेस पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा गया था। खैर, मंगलवार को बैठक में अखिलेश शामिल होंगे। हालांकि, कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कहा है कि ‘लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे में कांग्रेस को पूरा सम्मान दिया जाएगा। जहां भी कांग्रेस की ओर से अच्छा व्यक्ति और अच्छा समीकरण दिखेगा, उसी को टिकट मिलेगा, लेकिन सीटों की संख्या से सम्मान को नहीं जोड़ा जा सकता।’
सपा की मंशा साफ है कि वह यूपी को कांग्रेस में उसकी ‘हैसियत’ के हिसाब से ही सीटें देने के पक्ष में है। सूत्रों की मानें तो बैठक में सीटों की प्रस्तावित तस्वीर, चुनाव अभियान की रणनीति आदि पर भी चर्चा होगी। सोमवार को अखिलेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन बनेगा। सपा की रणनीति इंडिया गठबंधन को मजबूत करने की है। सपा यूपी में भाजपा को सभी 80 सीटों पर हराने की रणनीति बना रही है।