पंजाब। विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया जहां एकजुट दिख रहा है और गठबंधन की बैठकें भी जारी हैं। इस गठबंधन में कई पार्टियों के शामिल होने की भी बात कही जा रही है। सभी दल 2024 का लोकसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने का प्रस्ताव पारित कर चुके हैं लेकिन इसके कुछ दिनों बाद ही, पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस नेता राज्य में गठबंधन के खिलाफ आमने-सामने आ गए हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) के मंत्री अनमोल गगन मान ने कहा कि राज्य में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा और पार्टी अपने चुनाव चिन्ह के तहत अकेले ही प्रदेश में चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस के नेताओं ने भी अलापे अलग सुर
गठबंधन का विरोध करने वाले कांग्रेस नेताओं के संबंध में राज्य कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा कि इस मुद्दे को पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होने कहा “ऐसे लोग हैं जो इसके पक्ष में हैं और इसके विरुद्ध हैं। यह पार्टी का आंतरिक मामला है; इसे लेकर हम अपने नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने हमें सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है।” राजा वारिंग ने मंगलवार को कहा कि वे पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू ने किया ट्वीट
इस बीच पंजाब में कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पार्टी आलाकमान का फैसला सर्वोच्च है, जो फैसला होगा हम वही करेंगे। इसे लेकर सिद्धू ने ट्वीट किया, “पार्टी आलाकमान का निर्णय सर्वोच्च है। यह एक बड़े उद्देश्य के लिए है। संविधान की भावना का सम्मान करने और संवैधानिक मूल्यों से अपनी ताकत खींचने वाली जंजीरों में जकड़ी संस्थाओं को मुक्त करने के लिए राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखा गया है।” आगे उन्होंने कहा, “हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए स्वार्थी निहित स्वार्थों से भरी तुच्छ, नाशवान पंप राजनीति को त्याग दिया जाना चाहिए।”
राज्य में कांग्रेस नेताओं ने मंगलवार को कहा कि वे 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पंजाब में AAP के साथ किसी भी तरह के गठबंधन के खिलाफ हैं। पार्टी सदस्यों ने राज्य कांग्रेस प्रमुख और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा से गठबंधन के खिलाफ अपनी भावनाओं को पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाने के लिए भी कहा।
वहीं, 1 सितंबर को, इंडिया ब्लॉक ने अपनी मुंबई बैठक में, 2024 के लोकसभा चुनाव “जहां तक संभव हो” एक साथ लड़ने का संकल्प लिया था, जिसमें कहा गया कि राज्यों में सीट-बंटवारे की व्यवस्था “सहयोगी भावना” के साथ जल्द से जल्द संपन्न की जाएगी। ” बता दें कि आप मार्च 2022 में पंजाब की 117 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस को 92 सीटों के भारी बहुमत के साथ हराकर सत्ता में आई।