पाकिस्तान के कर्ज में डूबने के चर्चा विश्व भर में हैं। ऐसे में हाल में खबर आई कि आईएमएफ ने उन्हें राहत देते हुए 3 अरब डॉलर कर्ज देने की मंजूरी दी है। यह कर्ज वैसे तो पाकिस्तान की जनता के लिए है। मगर सरकार इसे अपनी वाह-वाही में लुटाने के लिए फिर तैयार हो गई है।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की पंजाब सरकार इस बार अपने 76वें आजादी के कार्यक्रम में मुल्क में 500 फीट के स्तंभ पर झंडा फहराएगी जिसकी लागत 40 करोड़ पाकिस्तानी रुपए आने वाली है।
Mukesh Ambani lives in a 3 billion dollar house as Pakistan begs the IMF for a 3 billion dollar loan; additionally, when that grant is approved, it becomes breaking news in the country, PM congratulates the nation. This is only one example of how far India is from Pakistan.
— Dr.Farrukh Javed 🇵🇰 (@farrukhjaved444) July 11, 2023
दिलचस्प बात ये है कि ऐसा निर्णय तब लिया जा रहा है जब अगले दो साल के भीतर पाकिस्तान को 2000 करोड़ रुपए ब्याज के साथ चुकाने हैं। वहीं इनकी एयरलाइन्स इतना कर्जे में डूब गई है कि सऊदी अरब इन्हें धमकियाँ दे रहा है, मलेशिया इनके विमान जब्त कर रही है, और चीन का दबाव लगातार इन पर बढ़ रहा है… इन सबके बावजूद पाकिस्तान ने निर्णय लिया है कि वो इस बार लाहौर से लिबर्टी चौक पर यह झंडा फहराएँगे।
इससे पहले 2017 में पाकिस्तान ने अपनी शान दिखाने के लिए अटारी वाघा सीमा पर 400 फीट का ऊँचा झंडा फहराया था। यह दक्षिण एशिया में सबसे ऊँचा झंडा है जिसका आकार 120×80 फीट है।
We always criticised India's missile and satellite systems, and a certain group has led us to feel that Pakistan is much ahead in technology, but just look at the facts: India has over 150 satellites in space, while Pakistan has none. Trolling will not get us anywhere.
— Dr.Farrukh Javed 🇵🇰 (@farrukhjaved444) July 11, 2023
उल्लेखनीय है कि IMF पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर का लोन 9 महीने मेंदेने वाला है। उनसे पूर्व पाकिस्तान ने विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने के लिए यूएई से 1 अरब डॉलर का लोन लिया था। वहीं सऊदी अरब ने देश के केंद्रीय बैंक को 2 अरब डॉलर उधार दिए थे। इन्हीं कर्जों के चलते पाकिस्तान की स्थिति बीते कुछ समय में बद्तर होती दिखी। यहाँ फैक्ट्रियाँ बर्बाद होने लगीं। अब इन्हें IMF ने फिर से अरबों डॉलर देकर थोड़ी राहत दी है। लेकिन ऐसे में पाकिस्तान के सबसे बड़ा झंडा फहराने के पाकिस्तान के स्थानीय ही अपनी सरकार का विरोध कर रहे हैं।