मुंबई। यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने की तैयारी में जुटी केंद्र की भाजपा सरकार को एक और पार्टी का समर्थन मिल गया है। शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने भी समान नागरिक संहिता का समर्थन किया है। इससे पहले आम आदमी पार्टी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड के सैद्धांतिक समर्थन की बात कही थी। AAP नेता संदीप पाठक ने कहा था कि हम सैद्धांतिक तौर पर समर्थन में हैं, लेकिन इस मसले पर सभी दलों से बातचीत के बाद ही फैसला लिया जाना चाहिए।
सूत्रों का कहना है कि उद्धव ठाकरे गुट ने यूसीसी के समर्थन का फैसला कर लिया है। यदि मॉनसून सेशन में इसे लेकर बिल आता है तो फिर पार्टी उसका समर्थन करेगी। दरअसल समान नागरिक संहिता के मसले पर भले ही तमाम पार्टियां भाजपा की मंशा पर सवाल उठा रही हैं, लेकिन ज्यादातर दल संभलकर बात कर रहे हैं। एनसीपी नेता शरद पवार ने तो अपनी पार्टी के नेताओं को सख्त हिदायत दी है कि वे यूसीसी के मामले में कोई टिप्पणी ही न करें। एनसीपी चीफ को लगता है कि वह इस मामले में भाजपा सरकार के साथ नहीं जा सकते और यदि खिलाफ बोले तो उससे ध्रुवीकरण हो सकता है।
वहीं उद्धव ठाकरे गुट के लिए यह मसला वैचारिक है। वह हमेशा से समान नागरिक संहिता का समर्थन करती रही है। इन दिनों भले ही वह एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन में है, लेकिन यदि यूसीसी के खिलाफ जाती है तो फिर भाजपा उस पर हिंदुत्व से समझौते का आरोप लगा सकती है। ऐसी स्थिति में उद्धव ठाकरे गुट किसी भी तरह से अपने खिलाफ परसेप्शन नहीं बनने देना चाहता। यही वजह है कि उसने समान नागरिक संहिता के समर्थन का ही फैसला लिया है। माना जा रहा है कि वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी जैसे कुछ और दल हैं, जो इस मामले में सरकार का साथ दे सकते हैं।