पटना में विपक्षी एकता को लेकर शुक्रवार को होने वाली बैठक से एक दिन पहले बेगूसराय में पड़ी ईडी और इनकम टैक्स की रेड से सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है। केंद्रीय एजेंसी की टीम ने बेगूसराय में कारोबारी अजय सिंह उर्फ कारु सिंह के ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी की है। अजय सिंह नीतीश सरकार में करीबी मंत्री विजय चौधरी के साले हैं। बताया जा रहा है कि उनके सीएम नीतीश से भी अच्छे संबंध हैं और ललन सिंह छापेमारी का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में छानबीन के कयास लगाए जा रहे हैं।
नीतीश के खास विजय चौधरी के साले हैं अजय
अजय सिंह उर्फ कारु सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास विजय चौधरी के साले हैं। विजय चौधरी नीतीश सरकार में तीसरे नंबर का दर्जा रखते हैं, जेडीयू में भी उनका कद ऊंचा है। उनके साले कारु सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के भी करीबी हैं। ललन सिंह जब 2004 में बेगूसराय से लोकसभा चुनाव लड़े और जीते, तब कारु सिंह के घर से ही प्रचार अभियान चलाया गया था। विपक्षी एकता बैठक से ठीक पहले मंत्री के साले के यहां छापेमारी होने से सियासी गलियारों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है। आरजेडी और जेडीयू पहले भी कई बार केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा चुकी हैं।
अजय सिंह उर्फ कारू सिंह का नाम बिहार के बड़े कारोबारियों में शुमार है। वे प्रासु इंफ्राबिल्ट, ब्रॉडवे लिंक्स, बीपी सिंह एंड शकुंतला देवी फाउंडेशन, न्यूवे बिल्डकॉन, जेआरएस बिल्डर, प्रोवेंस डेवलेपर्स, शक्ति अर्थ मूवर्स, जय मातादी मेडल्स, जय मंगला स्टील्स समेत कई कंपनियों के डायरेक्टर हैं या रह चुके हैं।
23 जून को पटना में जुटेंगे विपक्षी नेता
लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बीजेपी के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी को लेकर पटना में पहली बार विपक्षी नेताओं का महाजुटान होने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर होने वाली इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन, शरद पवार, उद्धव ठाकरे समेत अन्य कई विपक्षी दलों के प्रमुख शामिल होंगे।