नई दिल्ली। कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें उसने भाजपा सांसद के खिलाफ पॉक्सो ऐक्ट हटाने की अनुमति मांगी थी। इससे उन्हें राहत मिलती दिख रही है। अब इस मसले पर आंदोलन करने वालीं पहलवान साक्षी मलिक का रिएक्शन आया है। उन्होंने कहा कि यदि बृजभूषण सिंह को नाबालिग के पहले बयान के बाद ही अरेस्ट कर लिया जाता तो हालात कुछ और होते। साक्षी मलिक ने कहा कि नाबालिग के परिवार पर दबाव था, जिसके बाद उन्होंने शिकायत को वापस ले लिया।
साक्षी मलिक ने कहा कि हमारी तो पहले से ही मांग थी कि बृजभूषण शरण सिंह और उनके परिवार का कोई भी मेंबर कुश्ती महासंघ के चुनाव में ना रहे। सरकार से कुछ और मांगें हमारी रहीं हैं। हम देखेंगे कि उन पर क्या फैसला होता है। उसके बाद आगे का प्लान बनाया जाएगा। बता दें कि मई के आखिरी सप्ताह में बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद उनकी खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से भी मुलाकात हुई थी। तब कहा गया था कि सरकार ने 15 जून तक का वक्त कार्रवाई के लिए मांगा है। इसके अलावा बृजभूषण, उनके परिवार और रिश्तेदारों को कुश्ती महासंघ के चुनावों से दूर रखने की बात कही है।