चंडीगढ़। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाने वाली लड़की के बालिग होने की बात सामने आ रही है। इसके बाद सवाल खड़े होने लगे हैं कि इस मामले में पहलवान कहीं कठपुली तो नहीं बन गए हैं ? जिस तरह से बीते दिन हरिद्वार पहुंचे पहलवानों के गंगा में मेडल बहाने की बात सामने आई। इसके बाद लड़की के चाचा के बयान ने जाहिर तौर पर पूरे मामले में सवाल खड़े कर दिए हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ प्रमुख रहे बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े पहलवानों के मामले में नया मोड़ आ सकता है। साक्षी मलिक, विनेश फोगाट समेत कई प्रदर्शनकारी पहलवान बीते दिन हरिद्वार पहुंचे थे और मेडल बहाने की बात कही थी। इसके बाद पहलवानों ने गंगा में मेडल न बहाने का फैसला करते हुए 5 दिन का वक्त दिया है।
चाचा का प्रदर्शनकारी पहलवानों पर आरोप
‘नाबालिग’ लड़की का चाचा होने का दावा कर रहे अमित पहलवान ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि पहलवान मेरे परिवार को गुमराह कर रहे हैं और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाने के लिए गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। अमित पहलवान के दावे को मानें तो लड़की का जन्म 22 फरवरी 2004 को हुआ था, जिसके मुताबिक जाहिर तौर पर लड़की बालिग है। पहलवानों पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाने वाले अमित पहलवान का कहना है कि यह साजिश के तहत किया जा रहा है, जिससे कि लड़की को नाबालिग साबित कर पोक्सो कानून (यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण संबंधी कानून) का गलत इस्तेमाल किया जा सके।
गंगा में मेडल बहाने के फैसले से पलटे पहलवान
गंगा में मेडल बहाने के लिए पहुंचे पहलवानों एक से डेढ़ घंटे हरिद्वार में रुकने के बाद अपना फैसला बदल दिया। दरअसल इसके पीछे संयुक्त किसान मोर्चा की भूमिका अहम रही। यहां पहलवानों को समझाने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान नेता नरेश टिकैत समर्थकों संग हरिद्वार पहुंच गए। टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार इस बात को अच्छी तरह से समझ ले कि यह देश की बेटियों के साथ घिनौना दुर्व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बेटियों ने पांंच दिन का वक्त दिया है और हमने उन्हें दिलासा दिया है कि इस मामले में चुप नहीं बैठेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने भी इस मामले में पहलवानों का समर्थन किया है। एक बार फिर यूपी चुनाव से पहले की बात होने लगी है, जब किसान आंदोलन के बाद केंद्र सरकार ने बिल वापसी का ऐलान किया था। किसान आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा की खास भूमिका रही थी।
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा की पहलवानों से अपील
पहलवानों के गंगा में मेडल बहाने की खबर के बाद कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने पहलवानों से ऐसा न करने की अपील की थी। हुड्डा ने कहा, ‘कोई भी खिलाड़ी अपने मेडल से बच्चों से भी ज्यादा प्यार करता है। ये मेडल आसानी से नहीं मिलते। इसके लिए सालों मेहनत करनी पड़ती है। देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों से मेरी अपील है कि अपने मेडल गंगा में न बहाएं। आपको ये मेडल भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की कृपा से नहीं मिले हैं अपितु वर्षों के तप और साधना से मिले हैं। निःसंदेह पिछले दिनों खिलाड़ियों साथ बेहद बर्बरतापूर्ण व्यवहार हुआ है, जिससे सारा देश दुःखी है। ये वही भूमि है जहां एक नारी का चीरहरण करने का प्रयास किया गया था, परिणामस्वरूप महाभारत हुआ। सरकार को चेताना चाहता हूं कि समय रहते अहंकार छोड़कर राजधर्म का पालन करते हुए खिलाड़ियों की आवाज सुने और उन्हें न्याय दिलाए।