गुजरात की साबरमती जेल में बंद डॉन अतीक अहमद को यूपी पुलिस प्रयागराज ला रही थी. मगर, पुलिस का काफिला राजस्थान में डूंगरपुर के रास्ते पर रुक गया. बताया जा रहा है कि अतीक की गाड़ी के साथ चल रही दूसरी बड़ी वैन के क्लच में दिक्कतत आ गई है. गाड़ी को ठीक करवाया जा रहा है.
बायोमैट्रिक लॉक वाली वैन में है अतीक
अतीक को बायोमैट्रिक लॉक वाली पुलिस वैन में रखा में रखा गया है. इसका एक्सेस कुछ ही पुलिसकर्मियों को दिया गया है. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा पहनाया गया है. कई जवान बुलेटप्रूफ पहनकर मुस्तैद हैं. राजस्थान पुलिस गाड़ी खराब होने के चलते लगे ट्रैफिक जाम को क्लियर करा रही है.
फिलहाल अतीक अहमद को प्रिजन वैन से नीचे उतार लिया गया है, पुलिस ने उसे कड़े सुरक्षा घेरे में ले लिया है. प्रयागराज में हुई उमेश पाल की हत्या में पेशी के सिलसिले में पुलिस कोर्ट में अतीक अहमद को पेश करना चाहती है. इसलिए प्रयागराज पुलिस की एक टीम उसे लेने के लिए गुजरात के साबरमती जेल जा पहुंची थी.
अतीक अहमद जताया जान का खतरा
अतीक अहमद ने साबरमती से निकलने से पहले कहा है कि उसे पुलिस की नीयत ठीक नहीं लग रही. इससे पहले अतीक कह चुका है कि अदालत के आदेश की आड़ में आते-जाते वक्त उसकी जान ली जा सकती है. अतीक के अलावा उसके भाई अशरफ, उसकी बीवी शाइस्ता और बहन आयशा नूरी भी अतीक की हत्या की आशंका जता चुकी हैं.
बता दें, दो हफ्ते के अंदर दूसरी बार जब अतीक अहमद को साबरमती से प्रयागराज की लाने की कवायद की जा रही है. इससे अतीक को डर लगने लगा है. उसने अपनी मौत की आशंका जता दी है. दरअसल, इस बार अतीक अहमद को प्रयागराज में 24 फरवरी के उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में अदालत में पेश होना है.
वारंट बी लेकर प्रयागराज पुलिस साबरमती जेल पहुंची थी
पुलिस ने उस केस में अतीक अहमद को मुख्य आरोपी बनाया है और उसके खिलाफ वारंट बी लेकर प्रयागराज पुलिस साबरमती जेल पहुंची थी. अगर जेल में बंद किसी कैदी को दूसरे केस में आरोपी बनाकर कोर्ट में पेश करना हो, तो आरोपी को गिरफ्तार करके कोर्ट में हाजिर करना पड़ता है.
इसके लिए मजिस्ट्रेट की दस्तखत से आधिकारिक आदेश जारी किया जाता है, जिसे वारंट बी कहते हैं. हालांकि, खबर है कि वारंट बी में ये जिक्र नहीं है कि अतीक अहमद को अदालत में किस तारीख को पेश किया जाएगा.
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
सरकार अपराधियों को कानून के तहत सजा दिलाने के दावे कर रही है लेकिन हकीकत ये भी है कि 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की हत्या करने वाले शूटर्स, बमबाज और अतीक अहमद के बेटे असद जैसे आरोपियों तक पुलिस अब भी नहीं पहुंच सकी है. इसके अलावा अब तक पचास हजार की इनामी आरोपी अतीक की बीवी शाइस्ता और बहन नूरी भी अब तक फरार हैं.