कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच सरगर्मी बढ़ गई है। चुनाव के तारीखों की घोषणा से पहले ही कॉन्ग्रेस ने अपने 124 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। वहीं, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने राज्य की आरक्षण व्यवस्था में बदलाव करते हुए मुस्लिमों के लिए आवंटित 4 प्रतिशत कोटा को हटा दिया है।
कर्नाटक की भाजपा सरकार ने शुक्रवार (24 मार्च 2023) को हुई एक कैबिनेट बैठक में आरक्षण कोटा को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 56 प्रतिशत कर दिया। आरक्षण में बढ़ोतरी के बावजूद राज्य सरकार ने मुस्लिमों के 4 प्रतिशत के आरक्षित कोटे को खत्म कर दिया। OBC मुस्लिमों को यह आरक्षण दिया जा रहा था।
बैठक के बाद सीएम बोम्मई ने कहा कि मुस्लिमों को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए दी गई 10 प्रतिशत के आरक्षण श्रेणी में लाया जाएगा। बता दें कि आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों के लिए EWS कोटा दिया गया है। इसमें जैन, सिख आदि भी शामिल हैं।
सरकार ने फैसला किया है कि मुस्लिमों को दिया जाने वाला 4 प्रतिशत कोटा अब वोक्कालिगा (2 प्रतिशत) और लिंगायत (2 प्रतिशत) को दिया जाएगा। पिछले साल बेलगावी विधानसभा सत्र के दौरान 2C और 2D नाम की आरक्षण की दो नई श्रेणियाँ बनाई गई थीं।
सीएम बोम्मई ने कहा, “चार प्रतिशत (अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण) आरक्षण को 2C और 2D के बीच विभाजित किया जाएगा। वोक्कालिगा और अन्य के लिए दी जाने वाली 4 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ाकर 6 प्रतिशत किया जाएगा। वहीं, वीरशैव पंचमसाली और अन्य (लिंगायत) के 5 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ाकर 7 प्रतिशत किया जाएगा।”
सरकार के इस फैसले से सभी लोगों को फायदा मिलेगा। मुस्लिमों को जहाँ 4 प्रतिशत की जगह अब 10 प्रतिशत का लाभ मिलेगा, वहीं वोक्कालिगा और लिंगायत समुदाय के आरक्षणों में भी 2-2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उधर, कॉन्ग्रेस ने 124 उम्मीदवारों के नाम की पहली सूची जारी की है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया वरुणा सीट से और दिग्गज नेता डीके शिवकुमार कनकपुरा सीट से मैदान में उतरेंगे। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक चितापुर से चुनाव लडेंगे। बता दें कि कर्नाटक की 224 सीटों के लिए जल्दी ही चुनाव की घोषणा हो सकती है।