नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कोर्ट से 2 साल की सजा मिलने पर राहुल गांधी का बचाव करने वाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने अब सदस्यता खत्म किए जाने को केंद्र सरकार की घबराहट की निशानी बताया है। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा कि 14 विपक्षी दल साथ आ गए हैं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘केंद्र सरकार के दबाव के चलते कांग्रेस के नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी की सदस्यता निरस्त करके उनको 8 सालों के लिए चुनाव में शामिल ना होने के निर्देश दिए गए हैं। हमारे कांग्रेस पार्टी मतभेद रहते हैं, जब जब हम पर केंद्र सरकार ने हमले किए, कांग्रेस के नेताओं तालियां भी बजाईं। जब-जब एलजी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हमले किए, अजय माकन ने तालियां बजाईं, लेकिन हम कहते थे कि यदि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज को कुचलेगा तो लोगों की आवाज कौन उठाएगा।’
उन्होंने आगे कहा, ‘पहले ही विपक्ष को संसद के अंदर दबाया जाता है। अब छोट-छोटे मामलों में दर्जनों राज्यों में मुकदमे दर्ज कराए जाते हैं। मुकदमे दर्ज कराके फास्टट्रैक कोर्ट के अंदर बड़े-बड़े विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ फैसले आ रहे हैं। ऐसे तो प्रधानमंत्री खुद चुनाव लड़ लें। भाजपा तय कर ले कि केवल वही चुनाव लड़ेगी। वही चुनाव लड़े, वही जीते। पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने साधारण सा पोस्टर लगवाया, मोदी हटाओ, देश बचाओ। इसमें इतने नाराज होने की क्या बात है कि 138 मुकदमे कर दिए, लोगों को जेल में ठूंस दिया।’
आप प्रवक्ता ने कहा कि विपक्षी दल किसी एक मुद्दे पर साथ नहीं आ पा रहे थे, लेकिन अब केंद्र सरकार की ओर से विपक्ष को कानूनी मामलों से दबाने की कोशिश हुई तो 14 दल साथ आ गए हैं। उन्होंने कहा, ‘विपक्ष का आवाज दबाने में केंद्र सरकार कामयाब नहीं होगी। जो काम मनीष सिसोदिया को अरेस्ट करके केंद्र सरकार ने किया है, उसकी वजह से 14 विपक्षी दल साथ आ गए। केंद्र सरकार ने नहीं सोचा होगा। बहुत कवायतें चल रही थी कि विपक्षी दल किसी एक बात पर साथ आ जाएं, यह मौका भी केंद्र सरकार ने दे दिया। कम से कम लीगल मामलों पर 14 दल साथ आकर सुप्रीम कोर्ट गए और कहा कि यह सरकार विपक्ष को कुचल देगी, खत्म कर देगी तो प्रचातंत्र कैसे चलेगा। हम इसकी (राहुल की सदस्यता खत्म होने) कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। केंद्र सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है, यह सीधा सीधा घबराहट के संकेत हैं।’