नई दिल्ली। दिल्ली में बजट को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने पहले केंद्र सरकार पर बजट को रोकने का आरोप लगाया तो अब अफसरों को भी साजिश में शामिल बताया है। केंद्र सरकार की ओर से यह जवाब देने के बाद कि 17 मार्च को ही दिल्ली सरकार को फाइल भेज दी गई थी, आप सरकार ने मुख्य सचिव और वित्त सचिव पर ठीकरा फोड़ दिया है। विधानसभा में पूरे मामले पर अपनी बात रखते हुए वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने मुख्य सचिव पर आरोप लगाया कि उन्होंने कल शाम तक उन्हें नहीं बताया कि गृहमंत्रालय की ओर से कुछ स्पष्टीकरण मांगा गया है। इससे पहले आप के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मुख्य सचिव पर फाइल दबाकर बैठने का आरोप लगाते हुए इसे देशद्रोह से भी बड़ा मामला बताया है।
सौरभ ने कहा कि दिल्ली सरकार की तरफ से 10 मार्च को ही बजट की फाइल भेज दी गई थी। अगर केंद्र ने 17 मार्च को कोई आपत्ति जताई थी तो मुख्य सचिव उस फाइल को क्यों लेकर बैठ गए। ये तो देशद्रोह से भी बड़ा मामला है जो एक चुनी हुई सरकार के खिलाफ किया जा रहा है। बजट पेश होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये लिस्ट ऑफ बिजनसे में पहले से तय है। सदन की करवाई BAC तय करती है। वित्त मंत्री सदन में बजट पेश करने के लिए खड़े होंगे। फिर देखते है सदन और BAC क्या तय करते हैं।