लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के थाना रूरा क्षेत्र के गांव मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाते समय जिंदा जलकर मां-बेटी की मौत हो गई थी। वहीं इस मामले में खानापूर्ति के लिए लेखपाल और बुलडोजर चालक को जेल में डाल दिया गया था और SDM को सस्पेंड कर दिया गया था। इस मामले पर योगी सरकार की मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘ये कोई मर्डर नहीं था यह एक घटना थी।
मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाते समय जिंदा जलकर मां-बेटी की हुयी मौत के मामले में अब मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने नया बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक हादसा था यह कोई कोई मर्डर नहीं था। यह एक घटना थी और इस घटना ऐसा कुछ हुआ कि दोनों की मौत हो गई। छप्पर में आग पहले से ही लगी थी। पुलिस वाले उन्हें बचाने के लिए दौड़े थे लेकिन बचा नहीं पाए।
विपक्षी दल बना रहे कहानी- प्रतिभा शुक्ला
मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि इस घटना के जरिए सरकार को बदनाम किया जा रहा है। सरकार कोई बुलडोजर नहीं चला रही है। विपक्ष पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी दल कहानी बना रहे हैं और सरकार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। सरकार ने उन्हें सहायता राशि देने की बात कही है। वहां बुलडोजर से घर नहीं गिराया जा रहा था। सरकार गरीबों के साथ है। उनकी सहायता करने की पूरी कोशिश करती है। ये सिर्फ एक घटना है। सरकार महिलाओं के साथ है।
घटना की रात अपनी ही सरकार पर उठायी थी सवाल ?
घटना की रात कहा था मंत्री प्रतिभा शुक्ला घटनास्थल पर पहुंची थीं। वहां उन्होंनेपीड़ित परिवार से मुलाकात कर कहा था, “घटना बेहद दुखद है। जितना कष्ट इस परिवार को हो रहा है, उतना ही मुझे भी हो रहा है। मैं इस क्षेत्र की विधायक हूं। मेरे ही क्षेत्र में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। ऐसे में मेरा महिला कल्याण विभाग में होना बेकार है। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी होता, तो पहले मां-बेटी को निकालने की कोशिश करता उसके बाद घर घिराता।