नई दिल्ली। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के अपने नतीजे जारी कर दिए हैं. इस दौरान कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 820 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी ने दिसंबर की तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है. पिछले साल की इसी तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज को 11.63 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. लेकिन इस साल की दिसंबर की तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज ने जोरदार मुनाफा दर्ज किया है.
तिमाही के नतीजे आने के बाद अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में भी जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. बता दें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से एक ही दिन में अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 35 फीसदी से अधिक टूटे थे. आज नतीजे आने के बाद अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 4 फीसदी तक चढ़े.
कंपनी के मार्जिन में सुधार
दिसंबर तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेटेड इनकम वार्षिक आधार पर बढ़कर 26,612 करोड़ रुपये रही है. पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी की आय 18,758 करोड़ रुपये रही थी. दिसंबर की तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज के मार्जिन में भी सुधार देखने को मिला है. सालाना आधार पर कंपनी का मार्जिन 4.1 फीसदी से बढ़कर 6.1 फीसदी पर पहुंच गया है. दिसंबर की तिमाही में कंपनी का खर्च बढ़ा है. सालाना आधार पर खर्च 26,171 करोड़ हो गया है. ये एक साल पहले 19,047.7 करोड़ था.
FPO ले लिया था वापस
27 जनवरी 2023 को अडानी ग्रुप ने अपनी फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का 20 हजार करोड़ का FPO जारी किया था और फिर फुल सब्सक्राइब होने के बाद इसे अचानक वापस ले लिया था. अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने FPO की वापसी की वजह कंपनी के गिरते शेयरों को बताया था.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद नुकसान
24 जनवरी को अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरे ऐसे टूटे कि मार्केट कैपिटालाइजेशन लगभग आधा हो गया. टूटते शेयर की वजह से अडानी ग्रुप ने अपनी फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के 20 हजार करोड़ रुपये के फुल सब्सक्राइब्ड FPO को वापस लेना पड़ा. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट 24 जनवरी को पब्लिश हुई थी. उसके बाद 13 फरवरी तक अडानी ग्रुप के शेयरों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) में 53 फीसदी की गिरावट आई है. स्टॉक मार्केट में अडानी ग्रुप की कुल 10 कंपनियां लिस्टेड हैं.