नेताओं का कांग्रेस छोड़ो मोड, कैसे आगे बढ़ेगी भारत जोड़ो यात्रा; कश्मीर से गोवा तक टेंशन

नई दिल्ली। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों के भ्रमण पर है। इस यात्रा का मकसद न सिर्फ 2024 की चुनौती को पार करना है बल्कि अपने कुनबे को मजबूत और स्थिर करना भी है। लेकिन राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के ऐलान के बाद से लगता है पार्टी नेताओं का कांग्रेस छोड़ो मोड बन चुका है। यात्रा के ऐलान के बाद से अब तक गुलाम नबी आजाद, गोवा के विधायक समेत कई लोग पार्टी छोड़ चुके हैं। कश्मीर में तो कई नेताओं ने आजाद के समर्थन में पार्टी छोड़ दी थी। उधर, गोवा में अब पार्टी के सिर्फ तीन ही विधायक बचे हैं।

कांग्रेस पार्टी के लिए भारत जोड़ो यात्रा का फल अभी तक नहीं निकल पाया है। हालांकि यात्रा को अभी शुरू हुए कुछ ही दिन हुए हैं और यात्रा अपने शुरुआती पड़ाव में है लेकिन, कई राज्यों में राजनीतिक उठापटक कांग्रेस के लिए बुरी खबर लेकर आ रही है। आज गोवा में कांग्रेस के आठ विधायकों ने भाजपा जॉइन कर ली। अब कांग्रेस के पास सिर्फ सिर्फ तीन ही विधायक बचे हैं। कांग्रेस पार्टी छोड़ते वक्त गोवा के विधायक दिगम्बर कामत ने तो यहां तक कह डाला भगवान उनके हर फैसले में उनके साथ हैं।

यात्रा के ऐलान के बाद शुरू हुआ बिखराव
कांग्रेस पार्टी हालांकि यह दावा कर रही है कि भारत जोड़ो यात्रा न सिर्फ पार्टी बल्कि देश के लिए बड़ी निर्णायक भूमिका निभाएगी। जबकि, इससे उलट भारत जोड़ो यात्रा के ऐलान के बाद से ही कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। हालांकि राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस की यह स्थिति काफी पहले से चल रही थी, जिसके नतीजे अब सामने आ रहे हैं। पहले गुलाम नबी आजाद के साथ छोड़ा और वे अपने साथ कई नेताओं को ले गए। जम्मू कश्मीर में कई कांग्रेसी नेताओं ने आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा दिया। अब गोवा में बड़ी टूट कांग्रेस के लिए नई मुश्किल लेकर आई है।

डैमेज कंट्रोल कैसे

गोवा में हुए सियासी उलटपेर पर कांग्रेस पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा पर आरोप लगाते हुए पार्टी के नेता पवन खेड़ा ने ट्विटर पर लिखा, ”सुना है भारत जोड़ो यात्रा से बौखलाई भाजपा ने गोवा में ऑपरेशन कीचड़ आयोजित किया है।” इसी ट्वीट में खेड़ा निदा फाजली की एक कविता शेयर करते हैं- सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो… कांग्रेस नेता आगे कहते हैं, ”जो भारत जोड़ने के इस कठिन सफ़र में साथ नहीं दे पा रहे, वो भाजपा की धमकियों से डरकर तोड़ने वालों के पास जाएं तो यह भी समझ लें कि भारत देख रहा है।”