क्रिकेटर अर्शदीप सिंह के विकिपीडिया पेज में बदलाव कर उनके खालिस्तान से लिंक वाली बात लिखने को लेकर सरकार सख्त हो गई है। आईटी मिनिस्ट्री की ओर से विकिपीडिया के अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है। यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ऑनलाइन इनसाइक्लोपीडिया के तौर पर जाना जाता है, जिसमें दुनिया भर के लोग योगदान देते हैं और अपने पास मौजूद जानकारी को उसमें ऐड करते रहते हैं। मंत्रालय की ओर से विकिपीडिया के भारत में तैनात अधिकारियों को समन जारी किया गया है और पूछा गया है कि आखिर यह कैसे हो गया। अधिकारी ने कहा कि विकिपीडिया से यह पूछा गया है कि ऐसा कैसे हो गया और भविष्य में इसे रोकने के लिए उसका क्या प्लान है।
अधिकारी ने कहा कि सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। यही नहीं कहा यह भी जा रहा है कि सरकार की ओर से विकिपीडिया को कारण बताओ नोटिल भी जारी किया जा सकता है। फिलहाल विकिपीडिया की ओर से इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि अमेरिकी नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन विकिमीडिया की ही शाखा है, जो दुनिया भर में तमाम विषयों पर जानकारी देने के लिए चर्चित है। विकिपीडिया सूचना का ऐसा ओपन सोर्स है, जिसमें कोई भी जानकारी साझा कर सकता है और समय-समय पर संबंधित पेज को अपडेट भी किया जा सकता है।
पहले भी सरकार लगा चुकी है विकिपीडिया को फटकार
विकिपीडिया की ओर से यह काम वॉलेंटियर मॉल पर किया जाता है। इसका मकसद दुनिया भर के लोगों को एक ही मंच पर तमाम चीजों के बारे में जानकारी देना है। हर दिन हजारों लोग विकिपीडिया पेजों को अपडेट करते हैं। यह पहला मौका नहीं है, जब सरकार ने विकिपीडिया पर सख्त रुख अपनाया है। इससे पहले 2020 में भी केंद्र सरकार ने विकिपीडियो को सख्त भाषा में एक नोटिस भेजा था और भारत के नक्शे को गलत तरीके से दिखाने पर ऐतराज जताया था। तब विकिपीडिया पर जो भारत का नक्शा था, उसमें अक्साई चिन को चीन का हिस्सा बताया गया था, जबकि वह आधिकारिक तौर पर भारत का हिस्सा है और चीन ने उस पर अवैध कब्जा जमा रखा है।
अर्शदीप सिंह के पेज में पाकिस्तान से हुआ बदलाव, क्या लिखा गया
इस बीच यह जानकारी सामने आई है कि अर्शदीप सिंह के विकिपीडिया पेज को पाकिस्तान से चेंज किया गया था। पाकिस्तान के पंजाब सूबे के मुरी कस्बे से किसी शख्स ने इसमें बदलाव किया था। बता दें कि अर्शदीप सिंह के विकिपीडिया में बदलाव करते हुए उनका देश भारत की बजाय खालिस्तान पंजाब में लिख दिया गया था। इसके अलावा भी कई जगहों पर उनके परिचय के साथ इंडिया की बजाय खालिस्तान लिख दिया गया था। इस पर बवाल मच गया था और लोग सरकार से सख्त ऐक्शन की मांग कर रहे थे।