महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस ने बिना दस्तावेजों के फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ किया है। यहाँ तक कि यह गैंग मुस्लिम शख्स का हिंदू नाम से भी आधार कार्ड बनाकर देता था। फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिए यह गैंग एक व्यक्ति से 2 हजार रुपए से लेकर 5 हजार रुपए तक लेता था।
मुंबई पुलिस ने इस गैंग को कांदिलवली क्षेत्र से पकड़ा है। इस गैंग के अपराधी मुंबई और उसके आसपास को लोगों के आधार कार्ड बनाने का धंधा धड़ल्ले से करते थे। वहीं, पुलिस ने एक आरोपित को पोइसर इलाके से गिरफ्तार किया है। उसके पास से कई राजनीतिक दलों और शैक्षणिक संस्थाओं के स्टाम्प, लेटर हेड और आधार कार्ड के साथ मशीनरी को जब्त किया है।
इस मामले में पोइसर के रहने वाले महेंद्र मामुंडे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि इसके पहले ऐसा ही एक मामला मुंबई के नालासोपारा से आया था, जहाँ एक नाइजीरियन व्यक्ति का आधार कार्ड बना दिया गया था।
दरअसल, फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गैंग के बारे में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने एक मुस्लिम व्यक्ति को ग्राहक बनाकर भेजा। मामुंडे ने जुनैद नामक इस शख्स को बैंक ऑफ बड़ौदा स्थित आधार कार्ड सेंटर पर ले गया और राम गुप्ता के नाम से फर्जी कागजात देकर उसके फर्जी आधार के आवेदन को जमा करा दिया।
महेंद्र आधार कार्ड बनाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाता था। वह फर्जी फोटो, फर्जी नाम और फर्जी पता पर आधार कार्ड बनाता था। वह आधार के आवेदन पत्र पर शैक्षणिक संस्थाओं या अन्य संस्थाओं का मुहर लगाकर वेरीफाई करता था और उसे लेकर आधार सेंटर में जाता था और वहाँ आवेदन जमा कराकर आधार कार्ड ले लेता था।
मुंबई पुलिस ने महेंद्र मामुंडे को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, महेंद्र मामुंडे ने बताया कि उसने अब तक सैकड़ों लोगों के फर्जी आधार कार्ड बनवा चुका है। पुलिस फिलहाल मामले की जाँच कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके गैंग में और कितने लोग शामिल हैं।
वहीं, मुंबई पुलिस उन लोगों की भी खोजबीन शुरू कर दी है, जिन्होंने महेंद्र मामुंडे के पास से फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। पुलिस यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि कहीं उस आधार का उपयोग आपराधिक गतिविधियों को लिए तो नहीं किया गया।