झारखंड में राजनीतिक हलचल काफी तेज है। आशंकाओं और अटकलों का दौर चल रहा है। मुख्यमंत्र हेमंत सोरेन के खिलाफ खनन लीज केस में चुनाव आयोग के फैसले का इतंजार किया जा रहा है, जिसपर सरकार का भविष्य निर्भर करता है। इस बीज भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के एक ट्वीट ने अटकलों को और तेज कर दिया है। एक लाइन के इस ट्वीट के बाद लोग तरह-तरह के सवाल कर रहे हैं और अनुमान लगा रहे हैं। हालांकि, दुबे ने कुछ साफ नहीं किया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में शनिवार को महागठबंधन विधायकों की बैठक हुई। वैसे तो कहा गया कि राज्य में सूखे की स्थिति को लेकर विधायकों से फीडबैक के लिए यह बैठक बुलाई गई थी। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, इसमें राज्य के ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा के साथ महागठबंधन को एकजुट रखने पर विचार किया गया। हालांकि अलग-अलग कारणों से महागठबंधन के 11 विधायक बैठक में उपस्थित नहीं हो सके। बताया जा रहा है कि विधायकों को अभी झारखंड में ही रहने को कहा गया है।