लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार भाजपा पर बड़ा हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि अगर भाजपा को मजबूत होने दिया गया तो लोगों का वोट देने का अधिकार भी छीना जा सकता है।
अखिलेश ने उदाहरण देते हुए कहा कि भारत के आसपास देख लीजिये। कुछ देश ऐसे हैं जहां पर वोट नहीं पड़ता। सरकार स्थायी है। कुछ जगहों पर फौज देश के लोकतंत्र को चला रही है। पड़ोसी देश चीन में कोई चुनाव होता है क्या? रूस में कोई चुनाव होता है क्या? पाकिस्तान में फौज जिसे चाहती है उसे बैठा देती है। म्यामांर और उसके आसपास के देशों में क्या कोई चुनाव होता है? इसलिए सावधान रहिए। अगस्त क्रांति दिवस पर झौवा गांव में एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश मीडिया से बात कर रहे थे।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा पिछड़ी जातियों और दलितों का वोट लेती है लेकिन उन्हें उनका हक नहीं देती है। उऩ्होंने कहा कि आपका रोजगार छीना जा रहा है और संविधान पर भी हमला किया जा रहा है। अगर ये लोग अधिक शक्तिशाली हो जाते हैं, तो आप अपना वोट देने का अधिकार भी खो सकते हैं। आपको इसे मजाक के रूप में नहीं लेना चाहिए।
केंद्र में वर्तमान शासन को उद्योगपतियों की सरकार बताते हुए अखिलेश ने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में व्यापार करने के लिए आई थी, लेकिन बाद में अंग्रेजों ने एक कानून पारित किया। इस कंपनी को सरकार बना दिया। उन्होंने कहा कि आज भारत की संपत्ति भाजपा के लोग बेच रहे हैं। उन्होंने पूरे देश को उद्योगपतियों को दे दिया है। अगर ये लोग कुछ और दिन रहे तो हम और आपको गुलाम बना दिया जाएगा।
भाजपा के “हर घर तिरंगा” अभियान और आरएसएस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आज वे हर घर में एक तिरंगा चाहते हैं। यदि आप इतिहास में जाते हैं तो ये वही लोग हैं जिन्होंने कभी तिरंगे का विरोध किया था। सशस्त्र बलों में भर्ती की अग्निपथ योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अब सेना में अस्थाई व्यवस्था है, कुछ दिनों बाद पुलिस और पीएसी में भी अस्थाई व्यवस्था होगी। आउटसोर्स भी किया जाएगा।
अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं को पता था कि नोएडा में एक महिला के साथ दुर्व्यवहार करने वाला राजनेता कहां छिपा था और उसके प्रभावशाली सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्रियों और विधायकों के साथ संबंध थे। सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि भाजपा ने उन्हें 9 अगस्त को जानबूझकर गिरफ्तार किया, जो देश की आजादी के लिए लड़ने वाले क्रांतिकारियों का अपमान है।
अखिलेश का इशारा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान की ओर भी था। 5 अगस्त को मूल्यवृद्धि और अन्य मुद्दों पर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन योगी ने राम भक्तों का अपमान बताया था। इसी दिन दो साल पहले राममंदिर का शिलान्यास हुआ था।
अखिलेश ने बिना किसी का नाम लिए राज्य के मंत्री राकेश सचान को आर्म्स एक्ट के एक मामले में दोषी ठहराए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि जब एक मंत्री को पता चला कि उसके खिलाफ फैसला आ रहा है तो वह अदालत से पूरी फाइल लेकर भाग गया।
अखिलेश यादव ने लोगों से पूछा कि सरकार ने उन्हें बचाया या नहीं? उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा समाजवादियों और मुसलमानों के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जिन्होंने देश की आजादी के लिए समान योगदान दिया है। उन्होंने भाजपा पर अंग्रेजों की ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘यदि आप स्वतंत्रता सेनानियों की किसी भी सूची में जाते हैं, तो मुसलमानों का समान योगदान था। हिन्दू और मुसलमानों ने मिलकर देश को आजाद कराया है।