अजमेर के कुछ खादिमों द्वारा दिए जा रहे विवादित बयानों का असर अब सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जियारत के लिए आने वाले जायरीन पर भी हो रहा है. ईद उल अजहा के मोके पर भी दरगाह की सड़कें सुनसान सी नजर आ रही हैं.
होटल भी पड़े हैं खाली
इसके अलावा अजमेर के होटल व्यवसाय की बात करें तो सभी होटल खाली से नजर आ रहे हैं. होटलों में इक्का-दुक्का कमरे ही भरे हैं. जिससे होटल मालिको की लागत भी नहीं निकल पा रही है. दरगाह बाजार में गुलाब के फूलों की दुकानें भी वीरान हो चली हैं. अचानक हुई जायरीनों की संख्या में कमी से व्यापारी परेशान हैं. जानकारी के अनुसार, दरगाह बाजार क्षेत्र में व्यापार करीब 70 प्रतिशत तक कम हुआ है. इन सब के पीछे बीते दिनों अजमेर के कुछ खादिमों के वायरल हुए वीडियो को वजह माना जा रहा है.
बता दें कि बीते दिनों अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का सिर कलम करने वालों को अपना मकान देने की घोषणा की थी. खादिम ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था, जिसके बाद से दरगाह के खादिम की निंदा हो रही थी. सलमान चिश्ती दरगाह पुलिस थाने का एक हिस्ट्रीशीटर भी है, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था.