लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आजमगढ़ और रामपुर में मिली हार के बाद ओपी राजभर का अखिलेश पर वार और पलटवार के बाद गुरुवार को नया मामला सामने आया। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर लखनऊ में हुई विपक्ष की बैठक में सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर को नहीं बुलाने से एक बार गठबंधन में दरार दिखाई दी है। राजभर ने बैठक में नहीं बुलाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने उन्हें बैठक में आने का निमंत्रण नहीं दिया। लगता है अखिलेश को अब उनकी जरूरत नहीं है।
रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में सपा की जबरदस्त हार के बाद से ही राजभर और अखिलेश के बीच तनातनी दिख रही है। राजभर ने उपचुनाव में सपा की हार का ठीकरा सीधे अखिलेश यादव पर फोड़ दिया था। उन्होंने यहां तक कह दिया कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की हार से अखिलेश यादव ने कोई सीख नहीं ली। उपचुनाव में वह वातानुकूलित कमरे से बाहर नहीं निकले। इसके बाद अखिलेश ने भी पलटवार किया और कहा कि उन्हें किसी की सलाह की जरूरत नहीं है।