नई दिल्ली। उदयपुर हत्याकांड से जुड़े एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मामला जानकर आप भी दंग रह जाएंगे कि हत्यारों की मानसिकता कैसी है। और कुछ बड़ा करने की पहले से ही साजिश रच रहा था। हत्यारोपियों के परिचित ने कहा कि मोहम्मद रियाज अटारी ने कन्हैया लाल की हत्या से नौ साल पहले उसने ‘2611’ नंबर प्लेट पाने के लिए 1000 रुपये का भुगतान किया था।
क्या बोले उदयपुर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकार प्रभु लाल बामनिया
‘2611’ जो 2008 के मुंबई आतंकी हमले की तारीख का एक संदर्भ है। उसके बाइक पर इसी नंबर की प्लेट लगी हुई है। उदयपुर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकार प्रभु लाल बामनिया ने कहा कि वाहन मालिक से 2611 नंबर के लिए डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से 1000 रुपये की राशि ली गई थी। उन्होंने बताया कि 15 मार्च 2013 को बाइक का रजिस्ट्रेशन हुआ था।
पूर्व भाजपा नेता नुपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए अटारी और गोश मोहम्मद ने कन्हैया लाल की हत्या के बाद दोनों मौके से पंजीकरण संख्या ‘2611’ वाली रियाज की बाइक से भागने की कोशिश की। पुलिस ने पुष्टि की कि जिस बाइक से दोनों भागे थे उसका पंजीकरण नंबर RJ 27 AS ‘2611’ था। राजस्थान पुलिस ने दोनों को राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया था।
व्हाट्सएप ग्रुप पर नफरती मैसेज भेजता था
घटनाक्रम से परिचित एक व्यक्ति ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से रियाज इस तरह की बातें व्हाट्सएप ग्रुप में करते रहता था। जिससे उसकी मानसिकता को दर्शाता है। हत्या के बाद उसने जो वीडियो पोस्ट किया और जिस सामग्री के बारे में उन्होंने बात की, वह नफरत से भरी थी। उसकी कट्टरपंथी मानसिकता को बता रहा था।
दोषियों को मौत की सजा देने की मांग
बता दें कि कन्हैया लाल दर्जी की हत्या (rajasthan tailor kanhaiyalal) के मामले में उनके बेटे यश ने दोषियों को मौत की सजा देने की मांग की है। बेटे ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग भी की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोषियों को मौत की सजा का आश्वासन दिया है।
बता दें कि कन्हैया लाल दर्जी की दिनदहाड़े गला काट कर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर 13 जुलाई तक हिरासत में भेजा गया है। कन्हैया लाल की पत्नी यशोदा के मुताबिक 10-15 दिनों से उनको जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। फोन पर कहा जाता था कि जान से मार दिया जाएगा। लोग दुकान पर आकर भी धमकियां देते थे।