लखनऊ। देश की 3 लोकसभा सीटों और 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के वोटों की गिनती जारी है। उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर भी 23 जून को उपचुनाव के लिए वोट डाले गए थे। रामपुर में आजम खान के प्रतिष्ठित, तो वहीं आजमगढ़ में अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। आजमगढ़ से अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं।
आज सुबह जैसे ही आजमगढ़ में वोटों की गिनती शुरू हुई, उसी दौरान सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने हंगामा शुरू कर दिया। दरअसल स्ट्रांग रूम में जाने को लेकर धर्मेंद्र यादव की पुलिस से बहस हो गई। धर्मेंद्र यादव जिस गेट से स्ट्रांग रूम में जाना चाहते थे, पुलिस ने उन्हें रोक लिया और दूसरे रास्ते से आने को कहा। इस पर धर्मेंद्र यादव भड़क गए।
बता दें कि घटना के दौरान ही योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी पुलिस ने उस गेट के अंदर जाने नहीं दिया और उन्हें दूसरे गेट से भेजा गया। घटना के बाद सपा ने आरोप लगाया है कि मशीनों से छेड़छाड़ की जा रही है। सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, “तीन बार के सांसद श्री धर्मेन्द्र यादव जी को अपनी काउंटिंग में जाने से रोकता हुआ एक सब-इंस्पेक्टर। लोकतंत्र का मजा बना दिया है भाजपा सरकार ने। पुलिसिया तंत्र की हुकूमत बन गई है।”
आजमगढ़ से बीजेपी ने दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को अपना उम्मीदवार बनाया है। निरहुआ इसके पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। रामपुर से आजम खान के करीबी आसिम रजा को सपा ने मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी ने घनश्याम लाल लोधी को उम्मीदवार बनाया है।