राजस्थान की नागौर पुलिस इन दिनों जबरदस्त चर्चा में है, एक तरफ आये दिन हो रहे आपराधिक घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं, तो वहीं दूसरी ओर अब एक थानेदार पर समलैंगिक संबंधों का आरोप लगने से जिले में खाकी एक बार फिर दागदार हुई है।
राजस्थान के नागौर जिले में पुलिस विभाग का चेहरा शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, समलैंगिक रिश्तों की कहानी का खुलासा और वीडियो वायरल होने के बाद एसएचओ और कांस्टेबल दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है, आपको बता दें कि इनकी तैनाती डेगाना थाने में थी।
पुलिस के अनुसार निलंबित एसएचओ गोपाल कृष्ण चौधरी ने खींवसर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि कांस्टेबल प्रदीप चौधरी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे लगातार पैसे के लिये ब्लैकमेल कर रहा है, कांस्टेबल अब तक एसएचओ से ढाई लाख रुपये ले चुका था। कांस्टेबल ने जब थानाधिकारी से 5 लाख रुपये और एक गाड़ी की मांग की, तो फिर एसएचओ ने नागौर पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी के सामने पेश होकर पूरे मामले की जानकारी दी, एसपी ने केस दर्ज होने के बाद जांच नागौर सीओ विनोद कुमार को सौंपी, तो सभी तथ्य सही पाये जाने के बाद कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दोनों के बीच पिछले 7 महीने से ऐसे संबंध बने हुए थे, कांस्टेबल और एसएचओ दोनों वीडियो चैट कर अश्लील हरकतें करते थे, कांस्टेबल के साथ समलैंगिक संबंधों के आरोप में निलंबित हुए खींवसर एसएचओ गोपाल कृष्ण पर एक और गंभीर आरोप लगा है, ये आरोप एक विधवा महिला ने लगाये हैं, जिनका कहना है कि खींवसर एसएचओ और 3 कांस्टेबलों ने उनके साथ उनके साथ बुरा व्यवहार किया, उनके साथ अश्लील और भद्दे शब्दों का इस्तेमाल किया गया, पीड़िता 20 जून को अपने बेटे से मिलने खींवसर थाने पहुंची थी, लेकिन उन्हें अपने बेटे से नहीं मिलने दिया गया।