फगानिस्तान और पाकिस्तान में बुधवार तड़के भूकंप के जबरदस्त झटके आए। USGS ( U.S. Geological Survey) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 रिकार्ड की गई। अफगानिस्तान के पाकटिका प्रांत में भूकंप के कारण 255 लोगों की मौत हो चुकी है और 500 लोग जख्मी हैं। खोस्त व नांगरहार के पूर्वी प्रांतों में भी भूकंप के कारण मौतें हुई हैं।
वहीं पाकिस्तान से अब तक जान-माल के हानि की खबर नहीं है।
रायटर्स के अनुसार भूकंप से प्रभावित पाकटिका में दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं साथ ही यहां भूस्खलन भी हुआ है। इस बीच आपदा प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि इसमें मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है।एएनआइ के अनुसार, भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित इलाका पाकटिका प्रांत के चार जिले प्रभावित हुए हैं। यहां दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त हो गए और भूस्खलन की भी खबर है। शुरुआत में मिली जानकारी के अनुसार पाकटिक के गायन जिले में जान-माल की हानि हुई। इसके अलावा खोस्त प्रांत के स्पेरा जिला स्थित अफगान दुबई गांव में भी भूकंप के कारण नुकसान की खबर है।
भारत में भी महसूस हुए भूकंप के हल्के झटके
EMSC (European Mediterranean Seismological Centre) ने बताया कि भूकंप के झटके पाकिस्तान, अफगानिस्तान और भारत में भी महसूस किए गए। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार इस्लामबाद व देश के अन्य इलाकों में भूकंप की तीव्रता हल्की रही। पाकिस्तान के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘इस्लामाबाद में भूकंप! अल्लाह खैर! उम्मीद है कि सब सुरक्षित हों! अल्लाह ताला हम सबकी रक्षा करे। आमीन।’ भूकंप के इन झटकों को लाहौर, मुल्तान व पाकिस्तान के अन्य इलाकों में भी महसूस किया गया।
अफगानिस्तान के खोस्त में भूकंप का केंद्र
USGS के अनुसार अफगानिस्तान के दक्षिण पूर्व में स्थित खोस्त (Khost) से 44 किमी दूर 51 किमी की गहराई में भूकंप आया था। अफगानिस्तान के पूर्वी इलाके पाकटिका (Paktika province) में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। आपदा प्रबंधन अधिकारियों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार इस भूकंप में अधिक नुकसान पाकटिका में हुआ है।
जारी है राहत और बचाव कार्य
तालिबानी प्रशासन के आपदा प्रबंधन अथारिटी के प्रमुख मोहम्मद नसीम हक्कानी (Mohammad Nassim Haqqani) ने बताया कि प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य जारी है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट में स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि भूकंप में अनेकों मकान क्षतिग्रस्त हो गए और मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम जारी है।