लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 10 जून 2022 को जुमे पर हुई हिंसा के सुनियोजित होने को लेकर पुलिस को तगड़ा सुराग हाथ लगा है। रिपोर्टों के अनुसार हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद पंप के घर से एक पर्चा मिला है। इसमें कथित तौर पर अटाला में बड़ी संख्या में जुटने और रास्ते में बाधक बनने वाले लोगों पर हमला करने की बात कही गई है।
रिपोर्ट के अनुसार पंप की घर की तलाशी के दौरान यह पर्चा मिला था। पर्चे को जाँच के लिए पुलिस ने सीज कर दिया है। SSP प्रयागराज अजय कुमार के मुताबिक, “जावेद पंप के घर से आधे पेज के कुछ फ़टे पर्चे में काफी आत्तिजनक बातें लिखी हुई हैं। हम जाँच कर रहे हैं कि कितने पर्चे किसको और कहाँ बाँटे गए हैं।” इस पर्चे पर लिखा था, “सुनो साथियों, जुमे के दिन में दो बजे हम सबको मिलजुलकर अटाला पहुँचना होगा। जो भी अड़चन बनेगा, उस पर वार करना होगा। बाकी बातें हम मिलकर समझाएँगे। हमें अदालत पर भरोसा नहीं है।”
गौरतलब है कि जावेद पंप का करेली स्थित घर प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने 12 जून को बुलडोजर से ढहा दिया था। उससे पहले पंप के घर से अवैध हथियार और अरबी व पाकिस्तानी इस्लामी साहित्य बरामद होने की बात भी सामने आई थी। हालाँकि जावेद पंप की बेटी सुमैया ने पर्चे की बरामदगी को झूठ बताया है। उसने कहा है कि ये मेरे अब्बा को फँसाने की साजिश है और अगर कोई पर्चा मिला था उसी दिन क्यों नहीं बताया गया।
सरेंडर नहीं करने पर घर होंगे कुर्क
प्रयागराज SSP अजय कुमार ने जुमे की नमाज़ के बाद भड़की हिंसा के फरार आरोपितों जल्द से जल्द सरेंडर करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “10 जून को हुई घटना में 29 गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है। अब तक 92 लोग न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा लगभग 40 लोग बाद में जाँच के दौरान प्रकाश में आए हैं। वे अपने घरों को बंद कर फरार हैं। उनकी पुलिस तलाश कर रही है। यदि वे जल्द से जल्द पुलिस या अदालत के सामने हाजिर नहीं हुए तो उनके खिलाफ वारंट जारी किया जाएगा। साथ ही उनके घरों की कुर्की भी करवाई जाएगी।” प्रयागराज पुलिस ने आरोपितों के पोस्टर छपवा कर सार्वजानिक स्थलों पर भी चिपकवा दिए हैं।
उत्तर प्रदेश : प्रयागराज में हुई 10 जून की हिंसा में पुलिसकर्मियों ने कार्रवाई करते हुए आरोपितों के पोस्टर लगाए। pic.twitter.com/UAjiw6gEwl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 15, 2022
गौरतलब है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) पथराव और हिंसा में शामिल 37 आरोपितों के बारे में भी जानकारी जुटा रहा है। यदि उनके मकान में नियमों की अनियमितता मिली वहाँ भी बुलडोजर चल सकता है।