सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का बिहार, राजस्थान और यूपी में विरोध शुरू हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अग्निपथ योजना की घोषणा करने के अगले ही दिन, यानी बुधवार को जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गया।
बिहार में प्रदर्शनकारियों ने बक्सर में रेलवे ट्रैक जाम किया तो मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर में आगजनी की और सड़क जाम कर दी। इसके अलावा आरा में भी जमकर बवाल मचाया। पुलिस और GRP ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन वे योजना को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं।
इधर, यूपी के अंबेडकरनगर जिले में भी बड़ी संख्या में युवाओं ने योजना का विरोध किया। राजस्थान के जयपुर में भी युवा सड़क पर उतर आए और योजना को बंद करने की मांग की।
जनरल वी के सिंह बोले- मुझे योजना के बारे में ज्यादा नहीं मालूम
अग्निपथ योजना से सेना का ढांचा ही बिगड़ जाएगा? मीडिया के इस सवाल पर पूर्व आर्मी चीफ और केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह ने कहा कि कोई भी नई चीज आती है तो उसके बारे में तब तक पता नहीं चलता जब तक वो जमीन पर नहीं आती। मैं इस योजना को बनाने वाली टीम में शामिल नहीं हूं, मुझे इसके बारे में ज्यादा मालूम नहीं है। योजना अभी अनाउंस हुई है, देखते हैं समय पर क्या होता है और क्या नहीं।
4 साल तीनों सेनाओं में भर्ती की योजना
केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। इस स्कीम के तहत नौजवानों को 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। माना जा रहा है कि सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है।
आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस के सामने प्रदर्शन
मुजफ्फरपुर में बुधवार को सैकड़ों लोग लाठी-डंडा लेकर सड़क पर उतर गए और हंगामा और प्रदर्शन करने लगे। सबसे पहले प्रदर्शनकारी ARO (आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस) पर पहुंचे। वहां पर विरोध जताया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने माड़ीपुर में आगजनी कर रोड जाम कर दिया। साथ ही सड़क के आसपास लगे बोर्ड और होर्डिंग में तोड़फोड़ का भी प्रयास किया।
प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए सदर और काजी मोहम्मदपुर पुलिस मौके पर पहुंची, हालांकि वे नहीं मानें। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सेना का कोई अधिकारी उन लोगों की समस्या नहीं सुनेंगे वे सड़क से नहीं हटेंगे।
बक्सर में आश्वासन पर रेलवे ट्रैक जाम हटा
बक्सर में प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली कोलकाता रेलवे ट्रैक पर बक्सर स्टेशन के मालगोदाम के पास जाम कर दिया। मौके पर रेल सुरक्षा बल, रेल थाना, नगर थाना समेत बक्सर समेत रेल प्रबंधक पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को समझाने के बाद ट्रैक से जाम हटा और परिचालन शुरू हो गया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है, ‘नेता हो या विधायक, सभी को 5 साल का समय मिलता है, हमारा 4 साल में क्या होगा। हमारे पास पेंशन की भी सुविधा नहीं है। 4 साल बाद हम रोड पर आ जाएंगे।’ उनका कहना है कि सेना में नियुक्ति की यह योजना रद्द की जाए।
बेगूसराय में NH-31 जाम
वहीं, बेगूसराय में हर हर महादेव चौक पर NH-31 को पूरी तरीके से जाम कर दिया है।प्रदर्शनकारियों की मांग है कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया रद्द हो और पुरानी भर्ती प्रक्रिया वापस हो। उम्र में 2 वर्ष की छूट दी जाए। CEE एग्जाम प्रक्रिया जल्द से जल्द करवाई जाए और एयर फोर्स एयरमैन का रिजल्ट जल्द से जल्द जारी किया जाए।
चार साल की नौकरी का विरोध
एक प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी अंकित सिंह ने बताया, ‘2021 में सेना में नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए थे। मुजफ्फरपुर समेत आठ जिलों के हजारों अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। उनमें से जिन्होंने फिजिकल टेस्ट पास किए उनका मेडिकल हुआ था। मेडिकल होने के बाद अब एक साल से लिखित परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। अब तक परीक्षा नहीं ली गई।’
प्रदर्शनकारियों ने कहा, ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को इसका ऐलान किया था कि अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीरों की नियुक्ति होगी, जिन्हें 4 साल के लिए सेना में नौकरी दी जाएगी। 4 साल बाद 75 फीसदी जवानों को 11 लाख रुपए देकर घर वापस कर दिया जाएगा। सिर्फ 25 फीसदी की सेवा में कुछ विस्तार होगा। इसी नए नियम को लेकर हंगामा व प्रदर्शन कर रहे हैं।’
लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने भी इस योजना की आलोचना की है। पार्टी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, ‘अग्निपथ 3 घंटे की फिल्म है और नौकरी 4 साल की। जय बोलो कन्हैया लाल की।’ वहीं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर अग्निपथ योजना पर सवाल उठाए।