साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में टीम इंडिया की लगातार दूसरी हार के बाद ऋषभ पंत की कप्तानी की काफी आलोचना हो रही है। पिछले हफ्ते दिल्ली में पहला मैच हारने के बाद रविवार को कटक के बाराबती स्टेडियम में भी टीम को हार का सामना करना पड़ा। मेजबान टीम सीरीज में 2-0 से पीछे हो गई है। दूसरे टी-20 मैच में दिनेश कार्तिक से पहले अक्षर पटेल को बल्लेबाजी करने भेजने के पंत के फैसले की आलोचना हो रही है।
पहले टी-20 में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल से पूरे चार ओवर न करने के उनके फैसले की आलोचना हुई थी। अब पूर्व दिग्गज क्रिकेटर कार्तिक को बाद में भेजने के फैसले से नाखुश हैं। मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर पंत के फैसले पर गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि कार्तिक को “फिनिशर” के रूप में खिलाया जा रहा है, लेकिन ऐसे समय में जब टीम शुरुआत में विकेट खो देती है, तो उनको जल्दी भेजा जा सकता है, ताकि वह पिच को और भी बेहतर तरीके से समझ सकें और उसके अनुसार बैटिंग कर सके।
गावस्कर ने कह, “कभी-कभी ‘फिनिशर’ जैसे लेबल होते हैं। जब आप एक फिनिशर के बारे में बात करते हैं तो आपको लगता है कि वह 15 वें ओवर के बाद ही बल्लेबाजी करने आएगा। वह 12 वें या 13 वें ओवर में नहीं आ सकता है। हमने ऐसा आईपीएल में भी होते देखा है। कई टीमों ने अंत के 4-5 ओवरों के लिए अपने बड़े हिटर रखे हैं। वास्तव में अगर उन्हें पहले भेजा जाना चाहिए। जरूरी नहीं है कि आते ही वे छक्के लगाए। जब वे बल्लेबाजी करने आते हैं और उन्हें विकेट के बारे में जानकारी हो जाती है तो वे अंतिम 4-5 ओवरों में उसी के अनुसार बल्लेबाजी कर सकते हैं।”
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ भी इस चर्चा का हिस्सा थे। वे भी इस रणनीति से अवाक रह गए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बल्लेबाज के रूप में कार्तिक के अनुभव को लेकर बात की। उन्होंने कहा, “मुझे समझ में नहीं आता। कार्तिक भारत के सबसे अनुभवी क्रिकेटरों में से एक है। देखिए उन्होंने भारत के लिए कितने मैच खेले हैं। आईपीएल की बात छोड़ दें। अक्षर पटेल क आप उनसे आगे कैसे भेज सकते हैं।”
मैच के बाद गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, “इसमें कोई शक नहीं कि दिनेश कार्तिक ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उन्हें कम से कम अक्षर पटेल से पहले बल्लेबाजी के लिए उतरना चाहिए था। आम तौर पर हम कहते हैं कि टी20 में बहुत सीमित संख्या में गेंदों का सामना करना पड़ता है और अधिकांश बल्लेबाज क्रम में ऊपर बल्लेबाजी करना चाहते हैं। दिनेश कार्तिक एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें आप आखिरी 3-4 ओवर तक अपने पास रखना चाहते हैं, लेकिन हार्दिक पांड्या के आउट होने के कारण उन्हें जल्दी भेजा जाना चाहिए।”
गंभीर ने आगे कहा, “अगर कार्तिक को अक्षर पटेल से पहले भेजा जाता और वह 10-15 गेंद और खेले होते, तो शायद उन्होंने विरोधी टीम को और नुकसान पहुंचाया होता। 149 का टारगेट 169 हो सकता था। इसलिए आगे ऐसा नहीं होना चाहिए कि दिनेश कार्तिक को आखिरी तीन ओवर के लिए रखा जाए। यदि आप एक विशेष बल्लेबाज हैं और आप छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं तो कठिन परिस्थितियों में खेलना आपका काम है। अपने आप को अधिक मौके दें और अंतिम तीन ओवरों में ज्यादा से ज्यादा रन बनाएं।”