मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां बहन की मौत से सदमे में आए चचेरे भाई ने उसकी चिता पर लेट कर अपनी जान दे दी. पुलिस ने दोनों की मामलों में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है.
उधर, दूसरे दिन शनिवार को ज्योति के बड़े पिता (ताऊ) उदयसिंह का बेटा करण दांगी (21 साल) धार जिले से सागर के मझगवां बाइक से पहुंचा और बाइक को रोड पर खड़ी कर श्मशान घाट चला गया, जहां बहन की धधकती चिता को प्रणाम कर वह उस पर ही लेट गया. जैसे ही गांव वालों ने देखा तो परिजनों को सूचना दी.
परिजन जब तक श्मशान घाट पहुंचे करण का शरीर पूरी तरह जल चुका था. आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. रविवार कि सुबह करण दांगी का अंतिम संस्कार ज्योति की चिता के पास ही किया गया है.
मझगवा गांव के सरपंच भरत सिंह घोसी ने बताया कि बहन की चिता में लेटने से भाई झुलस गया था. अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में उसने अंतिम सांस ली. असामयिक एक घटना से दोनों की मृत्यु हो गई है.
बहरिया थाना प्रभारी दिव्य प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि ज्योति कि शव का पंचनामा कार्यवाही करने के बाद कफन दफन के लिए उनकी सुपुर्द किया था.अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया था. दूसरे दिन उसका भाई पहुंचा और चिता में लेट गया था. दोनों ही मामलों में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया है.