CBI अधिकारी ने केंद्रीय मंत्री पर लगाया घूस लेने का आरोप, मंत्री बोले- दोषी हुआ तो राजनीति छोड़ दूंगा

नई दिल्ली। सीबीआई  के वरिष्ठ अधिकारी मनीष कुमार सिन्हा द्वारा NSA अजीत डोभाल, केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी और केन्द्रीय मंत्री हरिभाई पी चौधरी का नाम लिये जाने के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है. मनीष कुमार सिन्हा ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि CBI के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के मामले में शिकायतकर्ता हैदराबाद व्यवसायी सतीश बाबू सना ने पूछताछ के दौरान बताया कि केन्द्रीय मंत्री को कुछ करोड़ रुपये दिये गये थे. यह लेनदेन जून 2018 के पहले पखवाड़े में हुआ था.

अब केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री हरिभाई पी चौधरी (Haribhai Parthibhai Chaudhary) ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए मनीष कुमार सिन्हा के आरोपों को ‘‘आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण” बताया है. उन्होंने कहा कि यदि ये आरोप साबित हो जाते हैं तो वह राजनीति छोड़ देंगे. आपको बता दें कि मनीष कुमार सिन्हा ने अपनी याचिका में सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच में हस्तक्षेप के प्रयास करने के आरोप लगाये हैं.

अपने खिलाफ आरोपों पर सफाई देते हुए केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री हरिभाई पी चौधरी ने कहा कि वह व्यवसायी को जानते ही नहीं हैं.  उन्होंने कहा, ‘‘मेरे खिलाफ बिल्कुल झूठे और आधारहीन आरोप लगाए गए हैं. मैं न तो सतीश बाबू सना को जानता हूं, और न ही मैं उससे मिला हूं…”. चौधरी ने कहा, ‘‘मुझे आज विभिन्न मीडिया रिपोर्टों से पता चला कि माननीय उच्चतम न्यायालय में एक हलफनामा दाखिल किया गया है, जिसमें इस मामले का उल्लेख किया गया है. मैं मेरी छवि को धूमिल करने के इस दुर्भावनापूर्ण प्रयास की निंदा करता हूं. मैं इस मामले में किसी भी जांच का स्वागत करूंगा और कानून को अपना काम करना चाहिए. यदि मैं दोषी साबित हो जाता हूं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा”.

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